यहां गड्ढों में ढूंढना पड़ रही सड़क चाका बायपास से नगर निगम सीमा तक सड़क बदहाल
मुश्किल से हो रहा आवागमन, रात में बढ़ जाता है हादसों का खतरा
कटनी। नेशनल हाइवे की चकाचक सड़कों पर सफर करने वाले लोगों को कटनी शहर में प्रवेश करने के साथ अहसास होने लगता है की आगे कटनी शहर है
इधर प्रवेश करते ही जानलेवा गड्ढों , उबड़ खाबड़ सड़को, व सड़को में झुंड बना कर बैठे आवारा जानवरो से सामना करना पड़ रहा है। जानलेवा गड्ढों से भरी सड़क शहर में प्रवेश करने की पहचान बन चुकी है। वाहन चालक व शहरवासी पी डब्लू डी के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए गड्ढों से बचकर शहर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं और बाहर जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सतना की ओर से कटनी शहर आने वाली सड़क चाका बायपास के बाद से करौंदा नाला- बड़े हनुमान जी मंदिर तक चांडक चौक तक जानलेवा गड्ढों में तब्दील हो जाती है। कई गड्ढे तो ऐसे भी हैं, जिसमें गाडिय़ां बहककर हादसे का शिकार हो जाती हंै। तेज रफ्तार वाहन इन गड्ढों के नजदीक पहुंचते ही अचानक ठहर जाते हैं फिर गड्ढों के बीच से किसी तरह वाहनों को सुरक्षित निकालते हैं। इधर सड़क पर दर्जन भर से अधिक गहरे गड्ढे हैं। इसी मार्ग से होकर बसों का संचालन होता है। सड़क खराब होने से हजारों लोग परेशान होते हैं। रात के समय यहां हादसा होने का खतरा और बढ़ जाता है। यही हाल पिपरोध से पीर बाबा निवार नदी तक कि सड़क का हाल है ।
◆ नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की बीच लटकी है सड़क
जब भी इन सड़कों की मरम्मत या निर्माण की बात अधिकारियों से की जाती है तो निगम अधिकारी कहते है वो पीडब्ल्यूडी की सड़क है और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कहते है नगर निगम की सड़क है अब इनको कौन समझाए नागरिकों को इससे कोई सरोकार नही सड़क किसी की हो जिम्मेदारी तो सबकी बनती है खासतौर पर जिम्मेदारी उन जनप्रतिनिधियों की बनती है जो रात दिन आम जनता सुविधाओं का रोना रोते तो है लेकिन सिर्फ कागजों में
बरहाल ये सड़क खराब है इससे बनाया जाना जनहित में उचित होगा।
◆ गड्ढों और सड़क पर भरा पानी
बारिश के चलते सड़क किनारे व गड्ढों में पानी जमा हुआ है। पानी जमा होने के कारण वाहन चालक दूसरे वाहन के साइड से गुजरने से भी कतराते हैं। उन्हें डर होता है कि सड़क किनारे जमा पानी के बीच गड्ढे वाहन की रफ्तार बिगाड़ सकते हैं और वे गंभीर हादसे का शिकार हो सकते हैं।
◆ पुलिया का भी नहीं हुआ चौड़ीकरण
चाका तक नगरनिगम द्वारा 67 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई मॉडल रोड के निर्माण के बाद तीन पुलियों का चौड़ीकरण भी किया जाना था, लेकिन सड़क बनने के कई वर्षों बाद भी अबतक पुलियों का चौड़ीकरण नहीं किया गया है। संकीर्ण पुलिया में रात के समय हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। कई बार जानलेवा हादसे भी हो चुके हैं। इसके बाद भी नगरनिगम व जिला प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा।
◆ सीवर लाइन ने तबाह की सड़कें
सीवर लाइन बिछाने के लिए चांडक चौक से पन्ना तिराहे तक खोदी गई सड़क फिर से मरम्मत मांग रही हैं।
निगम द्वारा सड़क बनाई गई लेकिन वह भी खराब हो गई। कई स्थानों पर लोग लंबे समय से सड़क बनने का इंतजार कर रहे हैं। सड़क के एक तरफ कीचड़ और गड्ढों से होकर लोग गुजर रहे हैं।
यह बात सही है चाका से चांडक चौक तक तो इधर फ्लाईओवर, कलेक्ट्रेट, स्थानों पर सड़कों में गड्ढे हैं।
महापौर बोली
सड़क का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का आंकलन करेंगे। शहरवासियों की समस्या का निराकरण जल्द से जल्द कराएंगे। निगम अधिकारियों से चर्चा कर गड्ढे भरवाए जाएंगे।