मेखला रिसोर्ट युवती की हत्या : राजस्थान से पकड़ा गया आरोपी , डेढ़ लाख रुपये, एटीएम और युवती की कान की बाली मिली
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जबलपुर, यशभारत। 8 नवम्बर को तिलवारा के मेखला रिसोर्ट में युवती की हत्या करने वाले आरोपी हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र-29 वर्ष निवासी राधाकण्ण नगर नासिक महाराष्ट्र को पुलिस ने राजस्थान के सिरोही से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़़े गए आरोपी से की गई पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारी प्राप्त हुई है। आरोपी का कहना है कि वह मृतक युवती से बेइंतहा मोहब्बत करता था और उसी से शादी करना चाहता था लेकिन उसने धोखा दिया। इसी का बदला लेने के लिए उसने पूरी प्लानिंग से हत्या की साजिश रची और रिसोर्ट पर जाकर गला काटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी के पास से युवती की कान की बाली, डेढ़ लाख रुपये और एटीएम बरामद किया है।
ज्ञात हो कि आठ नवंबर को मेखला रिसोर्ट के कमरा नंबर पांच में युवती का शव मिला था। पुलिस ने शव की पहचान शिल्पा झारिया के रूप में की थी। उसके साथ अभिजीत पाटीदार ने फर्जी नाम से कमरा बुक किया था, जो युवती की हत्या करने के बाद फरार हो गया। होटल कर्मचारियों ने कई घंटे तक बंद कमरे से हलचल नहीं हुई तो पुलिस को सूचना दी। होटल का कमरा खोला गया जहां खून से सनी लाश मिली। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने फ रार हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र-29 वर्ष निवासी राधाकण्ण नगर नासिक महाराष्ट्र
को हत्या का आरोपित मानकर उसकी तलाश शुरू की। इसके बाद इंस्ट्राग्राम में आरोपित ने मृत युवती की आइडी के जरिए होटल के कमरे में हुए घटनाक्रम के वीडियो अपलोड किए, जिसमें वह युवती की खून से सनी लाश के पास खड़ा था और कमरे में तेज संगीत चल रहा था। युवती का गला रेता गया था। उसने संदेश के जरिए युवती द्वारा बेफ वाई करने का दावा किया था।
यह है पूरा घटनाक्रम
तिलवारा में मेखला रिसोर्ट (होटल) में एक युवती की हत्या होने की सूचना पर थाना प्रभारी तिलवारा लक्ष्मण सिंह झारिया हमराह स्टाफ के पहुंचे जहॉ अनुप वैदेही ने बताया कि वह मेखला रिसार्ट (होटल) में केशियर की नौकरी करता है । 6 नवम्बर 2022 को काउन्टर में बैठा था तभी दोपहर करीब 12 बजे युवक-युवती आए जिन्होंने अपना नाम अभिजीत पाटीदार निवासी गुजरात और लडकी ने अपना नाम राखी मिश्रा बताया।
जिन्होंने कहा कि तीन दिन तक होटल में रूकना है । जिसके बाद दोनों को पहले फ्लोर के कमरा नंबर 05 में डबल बैडरूम किराए पर दिया गया। दोनो कमरे मे चले गए थे उसके द्वारा एडवांस बतौर 15 सौ रुपये नगद लिए गए थे। शाम को दोनो बाहर घुमने गए बाद में युवक वापस होटल आया लेकिन युवती नहीं आई थी । बाद में दोनों होटल वापस आए और कमरे मे चले गए एवं शाम को युवक बाहर घूमने गया जो दबोरा वापस होटल मे आते नही देखा ।
8 नवम्बर को दोपहर करीब 12 बजे तक दोनों ने कोई आर्डर नही देने से कमरे का दरवाजा खटखटाकर आवाज दी। अंदर से कोई आवाज नही आई तो उसने और होटल मे काम करने वाले पप्पू काछी ने मास्टर चाबी से कमरा नंबर 5 का दरवाजा खोला, अंदर देखा कि लडकी बिस्तर पर रजाई से ढकी हुई पडी थी, बिस्तर के चादर में खून लगा हुआ था एवं फ र्श में भी खून गिरा हुआ था । लडकी के हाथ की कलाई एवं गले में कटने का निशान था, 2 ब्लेड जिसमें से एक बिस्तर पर एवं एक फ र्श पर पड़ी हुई थी ।
सूचना पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.) एवं एफ एसएल डाक्टर सुश्री नीता जैन, डॉग स्कवाड, फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे मौके पर पहुंचे।
वरिष्ठ अधिकारी एवं एफ.एस.एल. तथा फिंगर प्रिंट टीम की उपस्थति में पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये मर्ग कायम कर जांच में लिया गया।
जांच के दौरान घटना स्थल पर फिंगर प्रिंट प्रभारी निरीक्षक अखिलेश चौकसे द्वारा घटना स्थल से फिंगर प्रिंट सुरक्षित किये गये।
चूंकि आरोपी के द्वारा अपनी आधार आई.डी अभिजीत पाटीदार और मृतक लडकी की आधार आई.डी राखी शर्मा के नाम से दी गई थी जो विवेचना को दौरान दोनों आधार आई.डी फेक पाई गई । लडकी की पहचान कुमारी शिल्पा झारिया पिता गुलाब प्रसाद झारिया 21 वर्ष निवासी भोका देवरी थाना कुंडम के रूप मे हुई ।
उक्त संपूर्ण परिस्थिति जन्य साक्ष्य से यह पाया गया कि मेखला रिसार्ट के चैक इन-चैक आउट रजिस्टर पर दर्ज एवं दी गयी आधार आई डी के अनुसार अभिजीत पाटीदार के व्दारा मृतिका का नाम पता छुपा कर फेक आई डी देकर मेखला रिसार्ट होटल मे रूका और उसकी हत्या कर फरार हो गया। चूंकि आरोपी अभिजीत पाटीदार का जबलपुर कोतवाली में भी पूर्व में धारा 420 भा.द.वि. का पंजीबध्द होने से और आरोपी का पता ठिकाना गलत होने से फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे के द्वारा घटना स्थल पर मिले चंास फिंगर प्रिंट का मिलान नेफिस सिस्टम में निवेशित करने पर महाराष्ट्र नासिक के अपराध क्र. 122/14 धारा 394,279,337,338,427 भादवि के आरोपी हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र-29 वर्ष निवासी राधाकण नगर नासिक महाराष्ट्र के रूप में हुई जो कि आदतन मोटर सायकिल चोरी करने का आरोपी होना पाया गया जिसके विरूद्ध महाराष्ट्र में कुल 37 अपराध पंजीबद्ध होना पाये गये।
विवेचना दौरान टेक्सी ड्रायवर के द्वारा बताया गया कि ने दिनांक 07/11/22 को उसकी टेक्सी से लखनादौन जाते समय रास्ते में ए.टी.एम से रूपया निकाला था उक्त जानकारी मिलने पर बैंक से जानकारी ली गई बैंक से घटना दिनांक समय का फुटेज एवं ट्रांजेक्सन की डिटेल ली गई तो जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त समय में शिल्पा झारिया के एकाउंट से पैसे की निकासी हुई है ।
उपरोक्त घटित हुई सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर आर.आर. सिंह परिहार (भा.पु.से.) के निर्देशन तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में अति.पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल , नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रिंयका शुक्ला (भा.पु.से) द्वारा आरोपी की तलाश पतासाजी हेतु टीमे लगायी गयी जो नागपुर ,गुजरात , बिहार , राजस्थान भेजी गई थी ।
सायबर सेल के माध्यम से भी आरोपी तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किये जा रहे थे । आरोपी लगातार अपना स्थान बदल रहा था जो पिछले 10 दिनो में लगभग 4000 कि.मी. एक राज्य से दुसरे राज्य भाग कर प्रतिदिन मृतिका के ए.टी.एम से 20 हजार रूपये निकाला करता था।
लगायी गयी टीम में आरोपी का पीछा करते हुये उनि अभिषेक कैथवास हमराह आरक्षक हरिसिंह क्राईम ब्रांच के सउनि धनंजय सिंह, सउनि मृदुलेश शर्मा, प्र.आर.शेषनारायण, आरक्षक मुकुल गौतम, मुकेश परिहार एवं सायबर सेल के आरक्षक नवनीत चक्रवर्ती की टीम पहले नागपुर पहुचंी थी, इसी टीम को बाद में बिहार भी भेजा गया तथा सूरत गुजरात में उप निरीक्षक अनिल गौर , प्र.आर.सुग्रीव तिवारी , आर.अरविन्द बालाराम को भेजा गया एवं अजमेर राजस्थान, चण्डीगढ पंजाब में उप-निरी रजनीश मिश्रा ,आरक्षक त्रिलोक ,आरक्षक हरिसिंह, अभिदीप भट्टाचार्य, .आनंद यादव को भेजा गया,।
उल्लेखनीय है कि उप निरीक्षक रजनीश मिश्रा की टीम द्वारा आरोपी के रिवाड़ी हरियाणा, उना हिमाचलप्रदेश, चण्डीगढ, तथा राजस्थान के अलवर, अजमेर , सिरोही तक लगातार 4 दिनों तक लगभग 3500 कि.मी. तक पीछा करते हुये सी.सी.टीव्ही फुटेज खंगाले गये, बस स्टैण्ड एवं होटल चैक किये गये। इस दौरान विभन्न राज्यों में पदस्थ आई.पी.एस. अधिकारी मृदुल (चण्डीगढ), मनंदिर सिंह (पंजाब), सुश्री काम्या मिश्रा (बिहार), श्रैनिक लोधा (महाराष्ट्र) के द्वारा तत्काल वांछित मदद प्रदाय की गयी।
आरोपी का सायबर सेल के माध्यम से पीछा किया जा रहा था जो दिनांक 17/11/2022 को सुबह 08/00 बजे आरोपी के द्वारा अजमेर से ए.टी.एम से 20 हजार रूपये निकाले जाने की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धाथज़् बहुगुणा (भा.पु.से.) के द्वारा अजमेर के पुलिस अधीक्षक श्री चूनाराम (भा.पु.से.) तथा नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.) द्वारा 2019 के राजस्थान कैडर के आई.पी.एस. अधिकारी श्री सुमीत मेहरडा से तत्काल सम्पज़्क कर आरोपी के संबंध में जानकारी दी गई, जिस पर पुलिस अधीक्षक अजमेर द्वारा एस.डी.ओ.पी. विजय सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर जिस ए.टी.एम से आरोपी के द्वारा पैसा निकाला गया था सीसीटीवी की फुटेज चैक करते हुये आरोपी की जानकारी ली गई, आऱोपी के बस में बैठकर अजमेर से बाहर जाने की जानकारी लगने पर थाना सवरूपागंज में सघन वाहन चौकिंग लगाई गई । सवरूपागंज थाना प्रभारी हरिसिंह राजपूत के द्वारा आरोपी को दिनांक 18/11/2022 को हिरासत में लिया गया।
आऱोपी ने पूछताछ पर अपना नाम हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र-29 वर्ष निवासी राधाकण्ण नगर नासिक महाराष्ट्र बताते हुये बताया गया कि वह मृतिका शिल्पा से प्रेम करता था, शिल्पा के व्हाट्सएप में अन्य पुरूष के साथ फोटो देखने पर चरित्र पर शंका होने पर उसे समझाने का प्रयास किया, क्योकिं वह मृतिका शिल्पा से शादी करना चाहता था परंतु शिल्पा से जब भी वह फोन पर बात करना चाहता था, शिल्पा का मोबाईल हमेशा व्यस्त होने से संदेह ओैर गहराता गया, जिस कारण योजनाबध तरीके से शिल्पा की ब्लेड से हमला कर हत्या कर दी और हत्या करने के बाद मृतिका का मोबाईल, ए.टी.एम काडज़्, चैन, कान की बाली लेकर भाग गया।
आऱोपी हेमंत भदाणे के कब्जे से मृतिका का मोबाईल, ए.टी.एम काडज़्, चैन, कान की बाली, नगदी 1 लाख 52 हजार 450 रूपये जो एटीएम से निकाले थे, जप्त की गयी है ।
– बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अधिकारियों का रहा महत्वपूर्ण सहयोग
बैंक ऑफ महाराष्ट्र जबलपुर के जोनल हैड ओमकार कुमार, एवं सीनियर मैनेजर अभिषेक जैसवाल से चर्चा करते हुये मृतिका के खाते से एटीएम के माध्यम से आरोपी के द्वारा निकाले जा रहे रूपयों के सम्बंध में जानकारी ली गयी जिन्होंने प्राथमिकता के आधार पर चाही गयी सभी जानकारियां वैधानिक रूप से उपलब्ध करायी।
उल्लेखनीय भूमिका- आऱोपी को गिरफ्तार करने में फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे ,सायबर सेल में कार्यरत आरक्षक अमित पटेल, सौरभ, अरविंद, उनि अभिषेक कैथवास आरक्षक हरिसिंह क्राईम ब्रांच के सउनि धनंजय सिंह, सउनि मृदुलेश शर्मा, प्र.आर.शेषनारायण, आरक्षक मुकुल गौतम, मुकेश परिहार एवं सायबर सेल के आर.नवनीत चक्रवर्ती गुजरात की टीम के उप-निरी अनिल गौर , प्र.आर. सुग्रीव तिवारी , आरक्ष अरविन्द, बालाराम राजस्थान, चण्डीगढ, पंजाब की टीम के उप-निरी रजनीश मिश्रा ,आरक्षक त्रिलोक ,हरिसिंह, अभिदीप भट्टाचार्य, आनंद यादव का योगदान रहा।