मुख्य मार्गों पर लगने लगा भैसों का बाजार : प्रशासन की मौन स्वीकृति से आमजनों की बढ़ी मुश्किलें
जबलपुर। शहर के मुख्य मार्ग किसी जीवन रेखा से कम नहीं होते। लेकिन जब उन्हीें मार्गों में भैसों और पड़वों का खुला बाजार लगने लगे तो सोचिए आमजनों की क्या हालत होगी? लेकिन कुछ वर्षों से देखने में आ रहा है कि मदार टेकरी, दारुल उलूम के आसपास मुख्य सड़क पर ही भैंसों और पड़वों का खुला बाजार लगने लगा है, जबकि पहले ये मवेशी बाजार मंडी मदार टेकरी में अंदर लगता था। खुले में मांस की बिक्री हो रही है, खुले ठेलों में मांस का परिवहन हो रहा है पर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है । इतना ही नहीं किसी जिम्मेदार संगठनों के द्वारा कोई विरोध दर्ज नहीं कराया जा रहा है! ऐसा लगता है कि सबकी मौन स्वीकृति है । क्षेत्रीय लोगों ने कलेक्टर को इन मार्गों पर वर्षों से खड़े वाहन, रोड पर भैसों को बाँधने, कब्रिस्तान की दीवार से सटी बनी टपरियों के विरोध में ज्ञापन दिया गया था पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
नियम तोडऩे पर कार्रवाई क्यों नहीं
्रक्षेत्रीय लोगों की पीड़ा है कि जब प्रशासन के यह नियम है कि तय जगह पर ही बाजार लगेंगे तो आखिर ऐसे बाजारों क्यों संचालित होने लगे यह विचारणीय तथ्य है। इतना ही नहीं प्रशासन इनपर कार्रवाई क्यों नहीं करता, जबकि प्रशासन चाहे तो एक दिन में शहर की काया बदल सकती है।