मामी-भांजी का हनीट्रैप का गंदा खेल:महंगे शौक पूरे करने को अश्लील वीडियो बना करती थीं ब्लैकमेलिंग, निशाने पर बड़े कारोबारी
कराैली में कोतवाली पुलिस ने हनीट्रैप का मामला उजागर किया है। जाल में फंसा कर 10 लाख रुपए मांगने वाले मामी और उसकी भांजी के साथ दो पुरुषों को गिरफ्तार किया है। मामी-भांजी अपने हुस्न के जाल में फंसा कर ब्लैकमेल करती हैं। उनके वीडियो बनाकर रुपए की डिमांड करती हैं। चारों से पूछताछ में कई वारदातों के खुलासे होने का अनुमान है।
एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि 11 जूलाई को करौली सायनाथ खिडिकया निवासी युवक ने कोतवाली थाने में प्रकाश मीना, रम्मू मीना तथा दो महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। हनीट्रैप में फंसाकर वीडियो वायरल करने व बलात्कार का प्रकरण दर्ज कराने की धमकी देकर 10 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया था। जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चन्द के नेतृत्व में कोतवाल रामेश्वर दयाल मीना, यातायात प्रभारी टीनू सोगवाल, जिला स्पेशल टीम के हेड कांस्टेबल रविन्द्र सहित अन्य पुलिसकर्मी कर रहे थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रकाश मीना, रम्मू लाल उसकी पुत्री एवं साले की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।
हाईप्रोफाइल लाइफ के लिए वारदात
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने गिरोह से संबंधित तमाम जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि गिरोह के मुख्य सरगना प्रकाश मीना व मुख्य सहयोगी महिला से पूछताछ हुई। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें हाईप्रोफाइल जिंदगी जीने तथा महंगे शौक करने के लिए पैसों की आवश्यकता थी। उनके पास कोई रोजगार नहीं होने के कारण शौक पूरे नहीं हो रहे थे। इस पर सभी ने मिलकर योजना बनाई और जल्द से जल्द पैसे कमाने के लिए हनीट्रैप का षड्यंत्र रचने लगे। हनीट्रैप का मामला सामने आने पर गठित टीम के सदस्यों ने आरोपियों द्वारा की जा रही 10 लाख रुपए की मांग का सत्यापन किया। पुलिस टीम ने जाल बिछाकर पीड़ित को आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान पर पैसे देने के लिए भेजा। वहीं से सभी पकड़े गए।
व्यापारी वर्ग के बडे-बडे लोगों को किया चिन्हित
पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पहले पैसे वाले लोगों को फंसाते थे। इसके लिए प्रकाश मीना पहले टारगेट के बारे में जानकारी करता। इसमें व्यापारी अधिक होते हैं। उसकी दुकान पर महिला जाती और किसी बहाने मीठी-मीठी बात करके दुकानदार को अपना मोबाइल नम्बर दे आती। फिर धीरे-धीरे बातों का सिलसिला शुरू होकर मुलाकात में बदल जाता। बाद में मुलाकात एक षड्यंत्र का रूप ले लेता। इसमें महिला संबंधित व्यक्ति के साथ अश्लील वीडियो बनाती। उसके बाद चारों लोग वीडियो वायरल करने की बात कहकर पीड़ित को धमकाते और पैसे की डिमांड करते थे।
मामी-भांजी बनाती थीं शिकार
मुख्य आरोपी प्रकाश मीना ने जल्दी पैसे कमाने के लिए यह योजना बनाई थी। इस योजना में उसने रम्मू लाल मीना को शामिल कर लिया। साथ ही, रम्मू की बेटी और साले की पत्नी का सहयोग लिया। प्रकाश मीना और रम्मू के साले की पत्नी के बीच अच्छी दोस्ती भी इसकी एक वजह रही।
कई वारदातों में हो सकता है हाथ
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा की मानें तो हनीट्रैप के मामले में गिरोह ने कई लोगों को फंसाया है। दिक्कत यह है कि किसी भी व्यक्ति ने किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं कराया है। बदनामी के डर से पीड़ित पुलिस के पास नहीं आते और शिकार होते रहे। इसमें बडे बर्तन, टेंट, कपडे के व्यापरी भी शामिल हैं। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने कई अन्य वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है। पुलिस ने कहा है कि कोई भी पीडित व्यक्ति शिकायत कर सकता है, जिसका नाम गोपनीय रखा जाएगा।