मंत्री के चक्कर में राज्यसभा सांसद का अपमान: सांसद बोली एसडीएम ने प्रोटोकाल का पालन नहीं कराया
जबलपुर, यशभारत। नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक के अपमान मामले में सागर के प्रशासनिक अधिकारियों की गलती सामने आई है। इस पर सांसद सुमित्रा बाल्मीक ने यशभारत से चर्चा करते हुए बोली कि इस तरह से अपमान करना शोभा नहीं देता है। सागर जिले की एसडीएम सपना त्रिपाठी को मालूम होने के बाबजूद उन्होंने मेरा सामान किसी दूसरे कमरे में फिकवा दिया। इधर चर्चा है कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के चक्कर में सांसद का सामान दूसरे कमरे में रखवाया गया था।
कांग्रेस ने कहा ऐसा सत्कार कौन करता है
जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी महापौर चुनाव के प्रभारी सुरेंद्र सुहाने ने कहा कि जबलपुर से नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य सुमित्रा वाल्मीकि को नगर निगम चुनाव में प्रचार के लिए भाजपा द्वारा सागर बुलाया गया था। इसके लिए उन्हें शासकीय सत्कार के साथ सर्किट हाउस के कक्ष क्रमांक 3 में रुकवाया गया था। भाजपा प्रत्याशी के प्रचार से वापस लौटने पर उनकी बिना जानकारी या अनुमति के उनका सामान जिसमें कपड़े भी थे उन्हें पुरुष द्वारा उठाकर दूसरे कमरे में फेंक दिया गया। जिसके बाद वह कमरा प्रदेश सरकार के एक बड़े मंत्री को दे दिया गया।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा सोची समझी साजिश
कांग्रेस नेताओं ने अपने आरोप में कहा है कि भाजपा और इसकी सरकार वोटों की राजनीति के तहत अनुसूचित जाति वर्ग और महिलाओं का उपयोग करने के बाद उनका इसी तरह घोर अपमान करती है। केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार के रहते वाल्मीकि समाज की अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेत्री का वोटों के सौदागरों द्वारा किया गया यह अपमान संपूर्ण समाज के लिए बर्दाश्त से बाहर है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने बताया कि कांग्रेस नेताओं ने आशंका व्यक्त की है कि सोची समझी साजिश के तहत किए गए इस अपमान पर केंद्र और प्रदेश में बैठी भाजपा सरकार न्याय नहीं दे सकती हैं। इसीलिए सवोज़्च्च संवैधानिक पद पर बैठे अनुसूचित जाति वर्ग के सबसे बड़े प्रतिनिधि महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा प्रदेश की महिला राज्यपाल से जबलपुर सांसद सावित्री वाल्मीकि को न्याय प्रदान करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कायज़्वाही कर सम्पूर्ण अनुसूचित जाति व महिला वर्ग का अपमान करने संबंधी प्रकरण दर्ज किया जाए।