बेजोड़ स्थापत्य कला के दमोह में मिले दिव्य मंदिर : करीब 3 महीने से खुदाई जारी , अनेक मंदिरों के अवशेष मिलने की संभावना

दमोह l भारत की समृद्ध स्थापत्य कला के देश में अनेक उदाहरण मिल चुके हैं यदाकदा खुदाई में मंदिरों के अवशेष मिलते रहते हैं जिनकी स्थापत्य कला देखते ही बनती है साथ ही वह सनातन धर्म की दिव्य और अलौकिक कलाकृतिक ज्ञान को भी दर्शाता है दमोह में राज्य पुरातत्व विभाग ने कलचुरी काल में बने 7 मंदिरों का समूह खोजा है। जी हां बताया जा रहा है की ऐतिहासिक मंदिर है मिट्टी के टीले के नीचे दबे थे। दमोह के दोनी गांव में मिला 7 मंदिरों का यह समूह नौवीं शती के आसपास का बताया जा रहा है। खजुराहो के मंदिर भी इसके समकालीन रहे हैं, विशेषज्ञों की माने तो यह मंदिर चंदेल राजाओं ने बनवाए थे।
दोनी में मिले मंदिर कलचुरीकालीन हैं और ऐसा माना जा रहा है कि यह युवराज देव के शासनकाल के रहे होंगे। यह उस दौर के पहले चरण के मंदिर हैं। बताया जा रहा है कि इस गांव में करीब 3 महीने से लगातार खुदाई जारी है और अनेक मंदिरों के अवशेष मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही हैl