बीते साल दर्ज हुए 9 हजार अपराध, लंबित रहे साढ़े 4 प्रतिशत मामले, नए साल पर 430 मामलों के निराकरण का बोझ
माधवनगर में सबसे ज्यादा और उमरियापान मेंं सबसे कम अपराध दर्ज
कटनी, यशभारत। साल 2024 में जिले में 9 हजार से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। इन अपराधों का निराकरण करने में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिली है। जनवरी 2024 से लेकर दिसम्बर 2024 तक दर्ज हुए इन अपराधों को निकाल करने में शहर के तीन प्रमुख थाने एनकेजे, कोतवाली एवं माधवनगर काफी पीछे रहे। एनकेजे में 41, कोतवाली में 65 और माधवनगर में 80 मामले लंबित रह गए। जबकि पांच थाने ऐसे रहे, जहां अपराधों का निकाल करने की संख्या सबसे कम रही। अजाक में 2, ढीमरखेड़ा में 3, महिला थाने में 3 और विजयराघवगढ़ और उमरियापान थाने में 9-9 मामले लंबित रहे।
साल का आखिरी महीना शुरू होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को लंबित मामलों का निकाल करने के निर्देश दिए थे। अपराध समीक्षा बैठकें भी आयोजित की गई और सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि लंबित मामलों का निराकरण करने के साथ ही फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए चालान न्यायालय में पेश किए जाएं। जिले में कुल दर्ज अपराध 9 हजार 635 में से 8 हजार 937 अपराधों का ही निकाल हो पाया, जबकि 430 मामले ऐसे रहे, जिनका निकाल नहीं हो पाया। इनमे से ज्यादातर मामले साल के आखिरी महीने में दर्ज हुए। इनमे ग्रामीण क्षेत्रों के 10 थाने ऐसे रहे, जहां लंबित मामलों के निकाल कर प्रतिशत 5 से कम रहा। जिसमे ढीमरखेड़ा, विगढ़, उमरियापान, बाकल, बहोरीबंद, कैमोर, बरही, रीठी, कुठला एवं बड़वारा शामिल रहे। रंगनाथनगर में कुल दर्ज अपराध में 389 में से 330 का निराकरण किया गया और 32 मामले लंबित रहे। कुछ इसी तरह का हाल कुठला थाने का रहा। कुठला थाने में साल 2024 में 988 मामले दर्ज हुए, जिसमे से 930 मामलों 930 मामलों का निराकरण हुआ और 37 मामले लंबित रहे।
तीन थानों में सबसे ज्यादा प्रकरण लंबित
जानकारी के मुताबिक शहर के तीन थानों में लंबित मामलों की संख्या अधिक रही। इन तीन थानों की बात करें माधवनगर थाने में सबसे ज्यादा 1143 मामले दर्ज हुए, जिसमे से 1 हजार 15 अपराधों का निकाल हो पाया और 80 मामले लंबित रह गए। इसी तरह कोतवाली में साल 2024 में कुल दर्ज हुए 1 हजार 13 मामलों में से 931 मामलों का निकाल किया गया और 65 मामलों में चालान पेश नहीं हो पाया, जबकि एनकेजे थाना क्षेत्र में दर्ज हुए 571 मामलों में 505 का निकाल हुआ और 41 मामले लंबित रहे। शहर के दो अन्य थानों रंगनाथनगर और कुठला की बात करें तो रंगनाथनगर में कुल दर्ज अपराध में 389 में से 330 का निराकरण किया गया और 32 मामले लंबित रहे। कुछ इसी तरह का हाल कुठला थाने का रहा। कुठला थाने में साल 2024 में 988 मामले दर्ज हुए, जिसमे से 930 मामलों 930 मामलों का निराकरण हुआ और 37 मामले लंबित रहे।
उमरियापान थाने में दर्ज हुए सबसे कम अपराध
जिले में उमरियापान थाना ऐसा रहा, जहां सबसे कम 387 अपराध दर्ज हुए। साल 2024 में दर्ज किए गए कुल 387 अपराधों के निकाल में भी उमरियापान पुलिस आगे रही। यहां केवल 9 मामले लंबित हैं। इसी तरह रंगनाथनगर में 389, बाकल थाने में 452, बहोरीबंद में 475 एवं कैमोर थाने में 424 अपराध पंजीबद्ध हुए।