बिना मान्यता के स्कूल की मनमानी से वंचित हुए छात्र : कलेक्टर के प्रयास से मिली परीक्षा देने की अनुमति

रीवा lबड़ी खबर मऊगंज जिले से, जहां बिना मान्यता के चल रहे एक स्कूल की लापरवाही ने सात छात्रों का भविष्य अधर में डाल दिया था। परीक्षा से वंचित इन छात्रों की शिकायत पर जिला कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान लिया और अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दिलाई।
मामला मऊगंज जिले के नईगढ़ी विकासखंड के अकौरी गांव का हैं, जहां नाइस पब्लिक स्कूल की मनमानी ने सात छात्रों के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया था।–दरअसल, यह स्कूल केवल आठवीं तक मान्यता प्राप्त था, लेकिन इसके बावजूद स्कूल संचालक प्रभाकर सेन ने कक्षा दसवीं तक की पढ़ाई करवाई और छात्रों से पूरी फीस वसूली। जब परीक्षा फॉर्म भरे जाने की बारी आई, तो स्कूल ने न तो फॉर्म जमा किए और न ही परीक्षा शुल्क।
छात्रों और उनके अभिभावकों ने जब इस घोटाले की शिकायत पुलिस, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और जिला कलेक्टर से की, तो कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल से बातचीत की और अथक प्रयासों से इन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दिलाई।
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव की संवेदनशीलता ने इन सात छात्रों के भविष्य में एक नई उम्मीद जगा दी है। अब ये बच्चे परीक्षा देकर अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे।