बड़ी खबर : हत्या को एक्सीडेंट बताने की कोशिश नाकाम: नशे में बेटे ने की पिता की कुल्हाड़ी से हत्या, मां ने साक्ष्य मिटाए; दोनों गिरफ्तार

सतना। जिले के उमरी टिकरी गांव में दो महीने पहले हुई एक रहस्यमयी मौत की गुत्थी अब सुलझ चुकी है। पहले जिसे सड़क दुर्घटना बताया गया था, वह दरअसल एक जघन्य हत्या निकली। रविवार को पुलिस ने मृतक के बेटे और पत्नी को गिरफ्तार कर सनसनीखेज खुलासा किया।
घटना 4 मार्च की रात की है, जब 19 वर्षीय आदर्श सिंह उर्फ निखिल ने नशे की हालत में अपने पिता धीरेंद्र सिंह परिहार (45) की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी। पिता के सो जाने के बाद आदर्श ने उनके सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। वारदात के बाद मां संतोष सिंह ने बेटे को बचाने के लिए पूरी योजना बनाई और एक्सीडेंट की झूठी कहानी गढ़ दी।
परिजनों ने शुरू में पुलिस को बताया कि धीरेंद्र सिंह किसी काम से बाहर गए थे, जहां उन्हें किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। उन्हें रीवा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने भी शुरू में एक्सीडेंटल डेथ का मामला दर्ज कर लिया।
*पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुली हत्या की परतें*
हकीकत तब सामने आई जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि मृतक के सिर पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने जांच को गंभीरता से लिया और परिजनों तथा पड़ोसियों से पूछताछ की। पड़ोसियों ने बताया कि आदर्श अक्सर शराब पीकर देर रात घर आता था और अपने पिता से झगड़ा करता था।
*पुलिस की रणनीति से आरोपी लौटे सतना*
जांच के दौरान पता चला कि मां-बेटे बिहार में एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गए हैं। पुलिस को आशंका हुई कि वे फरार हो सकते हैं। ऐसे में एक व्यक्ति के जरिए पुलिस ने यह संदेश भिजवाया कि सच्चाई सामने आ चुकी है, लेकिन मामला मैनेज हो सकता है। इस चाल में फंसकर दोनों सतना लौटे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
*पूछताछ में टूटी मां, किया हत्या का कबूलनामा*
सख्त पूछताछ में संतोष सिंह टूट गईं और उन्होंने हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी। उन्होंने बताया कि बेटे आदर्श और पिता धीरेंद्र के बीच लंबे समय से झगड़े चलते आ रहे थे। घटना की रात आदर्श शराब के नशे में था और पिता से झगड़ा करने के बाद जब वे सो गए, तब उसने कुल्हाड़ी से हमला कर उनकी जान ले ली। मां ने साक्ष्य मिटाने के लिए कुल्हाड़ी को धोकर छुपा दिया और शव को सड़क पर रखकर एक्सीडेंट का रूप देने की कोशिश की।
*टीआई संदीप चतुर्वेदी* ने बताया कि आदर्श सिंह के खिलाफ हत्या और संतोष सिंह के खिलाफ साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज किया गया है। दोनों को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।