
फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने एक नया कोरोना वैरिएंट डिटेक्ट किया है। इसकी उत्पत्ति का केंद्र मध्य अफ्रीकी देश कैमरून माना जा रहा है। इसे अस्थायी तौर पर IHU नाम दिया गया है। स्टडी के मुताबिक, इस वैरिएंट का पहला मरीज वैक्सीनेटिड वयस्क था, जो कैमरून की ट्रिप से फ्रांस लौटा था।
लौटने के तीन दिन बाद उसे हल्की सांस संबंधी तकलीफ शुरू हुई। मध्य-नवंबर में उसके सैंपल लिए गए, जिसमें सामने आया कि संक्रमण जिस वायरस के कारण हुआ वह उस वक्त मौजूद डेल्टा वैरिएंट के पैटर्न से मेल नहीं खा रहा था। बाद में मिले ओमिक्रॉन वैरिएंट से भी सैंपल मैच नहीं हुआ।
12 लोग संक्रमित
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस वैरिएंट ने फ्रांस में 12 लोगों को संक्रमित किया है। इस वैरिएंट में 46 म्यूटेशंस और 37 डिलीशन मिले हैं। डिलीशन भी एक तरीके का म्यूटेशन है, जिसमें जेनेटिक मटेरियल घट जाता है। फ्रांस के मार्सिएल शहर में IHU मेडिटेरिनियन इंफेक्शन इंस्टीट्यूट के फिलिप कोलसन ने बताया कि दक्षिणी फ्रांस की एक ही लोकेशन पर रहने वाले 12 कोरोना मरीजों के सैंपल्स को म्यूटेशन की जांच के लिए भेजा गया था। इन सैंपल्स में एक नया कॉम्बिनेशन देखने को मिला।