परिक्रमा कर कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान : कहा- मुआवजा दिलाएं या इच्छा मृत्यु

सतना |कड़ी धूप, तपती जमीन और न्याय की उम्मीद—सतना में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला, जब खेतों में टावर लगाए जाने के बदले मुआवजा न मिलने से नाराज सैकड़ों किसान लेटी परिक्रमा करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। किसान नागौद थाना क्षेत्र के पौड़ी तिराहा से 35 किलोमीटर लंबी पदयात्रा पर निकले, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं।
किसानों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर विरोध जताया और मांग की कि उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए मुआवजा आदेश का तत्काल पालन किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा, “यदि शासन और प्रशासन हमारे साथ न्याय नहीं कर सकते तो हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।”
किसानों की तीन प्रमुख मांगे
– उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार तत्काल मुआवजा दिया जाए।
– प्रशासन नुकसान का सत्यापन कर मुआवजा सुनिश्चित करे।
– यदि न्याय संभव नहीं, तो राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए।
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने 2012-2015 के बीच सतना जिले के 13 गांवों में 765 केवी विद्युत लाइन के लिए किसानों की जमीनों पर टावर खड़े किए थे।
लेकिन आज तक 137 किसानों को 12 लाख प्रति टावर और ₹3,000 प्रति मीटर वायर के मुआवजा आदेश के बावजूद भुगतान नहीं हुआ।
पूर्व कलेक्टर अजय कटेसरिया ने 2 नवंबर 2021 को यह मुआवजा स्वीकृत किया था, जिसे उच्च न्यायालय, जबलपुर ने भी सही ठहराया है।