पमरे में रेल यात्रियों को मिल रही डिजिटल सुविधाएँ 277 स्टेशन पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा उपलब्ध है
जबलपुर यश भारत
पश्चिम मध्य रेल और नए आधुनिक तकनीक के डिजिटल मशीनों का उपयोग करने में अग्रणी रहा है। भारतीय रेलवे के साथ-साथ पश्चिम मध्य रेलवे में भी रेल यात्रियों को खानपान सामग्री का भुगतान करना हो, या पार्सल बुक करना हो, रेल टिकट खरीदना हो या रिटायरिंग रूम बुक करना हो इन सभी के लिए अपने स्मार्ट मोबाइल फोन एवं क्रेडिट/डेबिट कार्ड से डिजिटल माध्यम से भुगतान की सुविधा उपलब्ध हैं। इससे यात्रियों के समय की बचत भी हो रही है और केश लेन देन में पारदर्शिता रहती है। इसी के साथ पश्चिम मध्य रेल में स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा, ट्रेन इन्फॉर्मेशन सिस्टम, पेपरलेस चार्टिंग डिसप्ले बोर्ड, रेल परिसर में सीसीटीवी कैमरों एवं वेबसाइट पोर्टल जैसी डिजिटल सुविधाओं का भी उपयोग किया जा रहा है।
यह है डिजिटल सुविधाएं
1) स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा :-
इंटरनेट आज के दौर में हर उम्र हर वर्ग के लोगों की आवश्यकता बन गया है। रेल प्रशासन द्वारा ज्यादा से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर निःशुल्क वाई-फाई सुविधा प्रदान की जा रही है। वाई-फाई का उपयोग करने के लिए यात्री को अपने स्मार्ट फोन या लेपटाॅप पर वाई फाई कनेक्शन पर जाकर नेटवर्क सर्च करना होगा । इसके बाद उन्हें रेलवायर नेटवर्क को सिलेक्ट कर दिय गए मोबाइल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी डालने के बाद स्टेशन पर पहले आधे घंटे के लिए रेलयात्री निःशुल्क वाई फाई की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। पमरे के 277 स्टेशन पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा उपलब्ध है।*
2) डिजिटल भुगतान एवं डिजिटल टिकटिंग :-
स्टेशनों पर खानपान सामग्री खरीदते समय या फिर आरक्षित टिकट खरीदने के दौरान पीओएस मशीन पर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। डिजिटल भुगतान के लिए मध्यप्रदेश के 196 रेलवे स्टेशनों पर 416 पीओएस मशीन उपलब्ध है। इसके अलावा रेलवे वेबसाइटों पर जैसे आरक्षित टिकिट के लिए आईआरसीटीसी रेलवे टिकटिंग ऐप एवं अनारक्षित टिकिट के लिए यूटीएस ऐप के द्वारा भी ऑनलाइन टिकिट* बुकिंग करके डिजिटल भुगतान किया जाता है। की प्रमुख रेलवे स्टेशनों एवं आईआरसीटीसी की वेब साईट पर जाकर तथा निर्धारित शुल्क का ऑनलाईन डिजिटल भुगतान करके रिटायरिंग रूम बुक कर सकते हैं। पमरे में रेल आरक्षण टिकिट वर्ष 2010-11 में 73 प्रतिशत पीआरएस काउंटर टिकिट और इंटरनेट टिकिट 27 प्रतिशत की बुकिंग होती थी लेकिन वर्तमान में वर्ष 2021-22 में 24 प्रतिशत पीआरएस काउंटर टिकिट और *इंटरनेट के माध्यम से टिकिट 76 प्रतिशत की बुकिंग हो रही है।
3) डिजिटल यात्री सुविधाएँ :-
पश्चिम मध्य रेल स्टेशनों पर यात्री गाड़ियों के आगमन/प्रस्थान एवं ट्रेन एट ए ग्लांस की जानकारी डिजिटल बोर्ड के द्वारा नयी तकनीक प्रणाली की सुविधाओं में विस्तार किया गया है। यात्रियों को प्लेटफार्म पर रेलगाड़ियों के आवागमन की जानकारी के लिए सिंगल लाईन और मल्टी लाईन वाले ट्रेन इन्फाॅरमेशन डिसप्ले बोर्ड लगाए गये हैं। इसमें विशेषकर रात्रि के समय डिजिटल प्रभावी कलर युक्त लाईट डिसप्ले बोर्ड का उपयोग किया गया हैं । पमरे में अभी तक 36 स्टेशनों में 100 से अधिक प्लेटफार्मों पर कोच गाइडेंस बोर्ड, 45 से अधिक स्टेशनों पर ट्रेन इन्फॉर्मेशन बोर्ड उपलब्ध है। इसके साथ ही डिजिटल पेपर लैस चार्टिंग डिस्प्ले सिस्टम 17 स्टेशनों पर 60 से अधिक स्क्रीन उपलब्ध* है। पमरे के आरक्षण एवं अनारक्षित टिकिट काउन्टर पर डिजिटल स्क्रीन फेयर डिसप्ले बोर्ड प्रदान किये गए हैं।
4) डिजिटल सुरक्षा व्यवस्था :-
रेलवे में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने हुए डिजिटल प्रणालियों का उपयोग किया जा रहा है। रेलवे परिसरों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों और वीडियो सर्वेलाइन कैमरे के साथ निगरानी के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। पमरे द्वारा 26 स्टेशनों पर कुल 720 कैमरें उपलब्ध* है।
5) डिजिटल कॉम्प्यूटरीकृत सुविधाएँ :- *
पश्चिम मध्य रेल के प्रमुख 11 स्टेशनों पर पार्सल यातायात को ट्रैक करने के लिए पश्चिम मध्य रेल ने कम्प्यूटरीकृत पार्सल प्रबंधन प्रणाली (पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम)* की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे लगेज को ट्रैक करना काफी आसान हो गया है। सामान लोड होते ही बुक करने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर मेसेज आ जाएगा और गंतव्य पर पहुँचने के बाद भी उसको उसी माध्यम से सूचित किया जाएगा। पार्सल की वर्तमान जानकारी को वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। बार कोड तकनीक की सहायता से पैकजों की ट्रेसिंग आसान हो जाती है।
6) रेल मदद :-
भारतीय रेल विश्व का चैथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जिस पर प्रतिदिन लगभग दो करोड यात्री यात्रा करते हैं। इतने विशाल नेटवर्क पर यात्रियों की समस्याओं और शिकायतों को सुलझाने के लिए ‘रेल मदद‘ प्लेटफार्म बनाया गया है। रेल सफर के दौरान किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है या आपकी कोई समस्या है और आपको लगता है कि कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो आप सीधे रेल मदद एप की सहायता ले सकते हैं । यात्रियों की समस्याओं के निराकरण के लिए *रेल मदद एप 24X7 उपलब्ध है । रेल मदद एप के माध्यम से ट्रेन में केटरिंग से लेकर सुरक्षा तक हर तरह की समस्या के निदान के लिए इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं । आपको ट्रेन की जानकारी चाहिए तो भी आप *हैल्प लाईन नम्बर 139 की सहायता ले सकते हैं ।