दादी की मौत के बाद आधे घंटे की देरी से पहुंचीं छात्रा परीक्षा देने से वंचित, डीईओ ने कहा : परीक्षा में भावनाएं नहीं मंडल के नियम चलते हैं

कटनी। दादी के आकस्मिक निधन के बाद भी दसवीं बोर्ड की परीक्षा देने के लिए एग्जाम सेंटर पहुंची एक छात्रा को परीक्षा देने से वंचित करने का मामला सामने आया है। दरअसल छात्रा आधा घंटा की देरी से आई थी, जिसकी वजह से केंद्राध्यक्ष द्वारा उसे परीक्षा देने से मना कर दिया गया। जिससे छात्रा का भविष्य खराब हो गया। जिला शिक्षा अधिकारी पी पी सिंह से इस मामले को लेकर बात की गई तो उनका कहना था कि परीक्षा में भावनाएं नहीं मण्डल के नियम चलते हैं। छात्रा देरी से आई है तो फिर परीक्षा देने नहीं दिया जा सकता। घर में दादी की मौत के बाद जब पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ था, इसके बावजूद छात्रा परीक्षा देने के लिए आई लेकिन डीईओ के हठधर्मी रवैये की वजह से उसका भविष्य खराब होने की कगार पर आ गया है। बताया जाता है ग्राम घंघरी कला निवासी विशाखा सिंह की दादी का आकस्मिक निधन हो गया है। एक तरफ घर पर दादी के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं तो वहीं दूसरी तरफ छात्रा इस दुविधा में थी कि वो एग्जाम देने जाए या नहीं। परिजनों की समझाइश के बाद उसने परीक्षा देने का मन बनाया लेकिन गांव से साधन नहीं मिलने की वजह से वह करीब आधा घंटा की देरी से एग्जाम सेंटर मॉडल स्कूल झिंझरी पहुंची लेकिन यहां उसे परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। छात्रा गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी। अपर कलेक्टर साधना परस्ते ने पूरे मामले की जांच के लिए कहा है।
