डॉक्टरों द्वारा डबल मीनिंग बात करने को लेकर महिला नर्स ने खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा : कोर्ट ने जिम्मेदार अधिकारियों को लगाई फटकार

ग्वालियर lजिला अस्पताल के डॉक्टर पर डबल मीनिंग बात करने के गंभीर आरोप महिला नर्स द्वारा लगाए गए हैं। पीड़ित महिला नर्सिंग ऑफिसर ने शिकायत दर्ज कराई । उस पर आला अधिकारियों ने कार्रवाई करने के बजाय महिला नर्सिंग ऑफिसर को ही पद से मुक्त कर जनरल ड्यूटी नर्स बना दिया। आखिरकार में पीड़ित महिला नर्सिंग ऑफिसर ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट ने मामले को गंभीर मनाते हुए स्वास्थ्य अफसरो को जमकर फटकार लगाई और पीड़ित महिला नर्सिंग ऑफिसर को नर्सिंग ऑफिसर के पद पर बहाल भी कराया। इस मामले में तत्काल यौन उत्पीड़न कमेटी से जांच कर कार्रवाई करने की निर्देश भी हाईकोर्ट द्वारा दिए गए।
डॉक्टरों पर बैड टच के भी लगाए आरोप
महिला नर्सिंग ऑफिसर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वह लंबे समय से डॉ आलोक पुरोहित वा डॉक्टर राजेश बिरथरिया की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से कर रही है , दोनों ही डॉक्टर महिला को बैड टच करते है गंदे चुटकुले सुनाते है वा महिला ने अपनी बात कहते हुए यह भी कहा कि
डॉक्टर उसे “अकेले रहती हो नींद कैसे आती होगी ऐसी बातें भी बोलते है”
पर जब महिला नर्स ने इसकी शिकायत की तो दोनों ही डॉक्टरों ने अधिकारियों से सांठ गांठ कर महिला नर्स को ही अपने पद से हटवा दिया।
- अंत में की हाइकोर्ट की शरण
महिला नर्सिंग ऑफिसर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हर जगह शिकायत करने के बाद उन्हें सीएम के यहां से इंसाफ मिलने की उम्मीद थी लेकिन वहां शिकायत करने के बाद भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला जिसके बाद अंत में उन्होंने हाइकोर्ट की शरण ली जहां हाइकोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए अपने नर्सिंग ऑफिसर के पद पर बहाल कराया वा डॉक्टरों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की 20 दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपने की बात कही।