जबलपुर मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर अशोक साहू और यूनिवर्सिटी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक गुप्ता नौकरी से टर्मिनेट

जबलपुर यश भारत। नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर अशोक साहू और आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक तृप्ति गुप्ता को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है यह आदेश डीन द्वारा जारी किए गए हैं टर्मिनेट लेटर लिखा गया है कि ईओडब्ल्यू की कार्रवाई और भ्रष्टाचार से जुड़े मामले पर दंपत्ति की भूमिका थी।
मालूम हो की मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर दंपति पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा था. राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने पिछले दिनों डॉक्टर दंपति के घर इस मामले में छापेमारी की. मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉक्टर अशोक साहू (Ashok Sahu) और उनकी पत्नी डॉक्टर तृप्ति गुप्ता (Tripti Gupta) की वैध स्रोत से प्राप्त कुल आय 3 करोड़, 15 लाख, 13 हजार, 308 रुपये हैं लेकिन छापेमारी में 5 करोड़, 44 लाख, 22 हजार, 521 रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला था।
मेडिकल कॉलेज में सह और मात का खेल जारी
डीन द्वारा की गई बर्खास्त की कार्रवाई को लेकर मेडिकल कॉलेज परिसर में एक बात जोरो से की जा रही है यह कार्रवाई आपसी और विभागी की लड़ाई के बीच पर की गई है । प्रोफेसर और पूर्व परीक्षा नियंत्रक यूनिवर्सिटी कुछ अधिकारियों से पटरी नहीं बैठ रही थी और इसी का नतीजा है कि उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा इस कार्यवाही के बाद चर्चा है कि मेडिकल कॉलेज में एक दूसरे को सह और मात देने का खेल जारी हो गया है।