जबलपुर में भगवान शंकर के मंदिर को लेकर भाजपा नेता-साधु संत आमने-सामनेः भाजपा नेता ने कहा गंजेडियों के कारण मंदिर में नहीं आता था कोई, रोका तो आरोप लगा रहे
जबलपुर, यशभारत। तिलवारा के शाहनाला स्थित शिव मंदिर को लेकर भाजपा नेता और साधु संत आमने-सामने आ गए हैं। मंदिर के साधुओं ने मंगलवार को एसपी कार्यालय पहंुचकर जहां भाजपा नेता की शिकायत की तो वहीं भाजपा नेता ने सोशल मीडिया पर साधुओं के गंाजा लाने और पीने का वीडियो वायरल कर दिया। इस मामले को लेकर पुलिस भी उलझन में है कि वह किस पहलु की जांच करें, पूरा प्रकरण उलझ गया है।
मालूम हो कि एसपी कार्यालय पहंुचे मंदिर के साधु राजेेश पुरी के साथ साधुओं ने बताया कि भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा मंदिर की जमीन को कब्जा करना चाहते हैं इसलिए मंदिर में चल रही अखण्ड रामायण और पूजा पाठ से उन्हें आपत्ति ही और वह सब ये बंद कराना चाहते हैं। इधर भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा का कहना है कि साधु राजेशपुरी और शैलेंद्र सिंह, उत्तम चंद जैन, शिशिन उपाध्याय व अन्य की वजह से मंदिरांे में लोगों को आना बंद हो गया। इनकी अनैतिक गतिविधियों के कारण मंदिर में आने वाले लोग परेशान है।
सिर्फ गांजा पीने का अड्डा बना लिया है
भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा का कहना है कि साधु से लेकर अन्य लोगों ने मंदिर को गांजा पीने का अड्डा बना लिया है। मंदिर से गांजा का व्यापार किया जा रहा है, सुबह से लेकर शाम तक मंदिर में शहर के कई क्षेत्रों से गांजा पीने वाले लोगों ढेरा जमा रहता है।
गांजा पीते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
एसपी कार्यालय शिकायत करने पहंुचे साधु राजेशपुरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह मंदिर के अंदर भक्तों के सामने गांजा की दम लगाते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं एक अन्य वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें गांजा कहां से और कैसे आता है इस पर चर्चा हो रही है।
सुनवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
भाजपा नेता के खिलाफ शिकायत करते हुए संतों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि बहुत दिन हो गए थाने-कलेक्ट्रेट-एसपी आॅफिस के चक्कर लगाते हुए। अगर जल्द से जल्द पुलिस प्रशासन भाजपा नेता राममूर्ति मिश्रा पर कार्रवाई नहीं करता है, तो साधु संत प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। जरूरत पड़ी तो संत सड़क पर भी उतर सकते हैं।