जबलपुर पुलिस को सेल्यूट, गायब हुए बालक-बालिका को चंद घंटो में खोज निकाला: थाने का चार्ज लेते ही घमापुर टीआई को मिली चुनौती, घर से लापता हो गया था ढाई साल का मासूम
जबलपुर, यशभारत। जबलपुर पुलिस को सलाम। ये सलाम इसलिए कि शहर पुलिस बल ने एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देशों का पालन करते हुए दो परिवार को उनके गुम हुए चिरागों को चंद घंटों में उनके हाथों में सौंप दिया। पहला मामला विजय नगर थाने का है और दूसरा घमापुर का। विजय नगर में एक मासूम बालिका घर से गायब हो गई थी जबकि घमापुर में रीवा से जबलपुर इलाज कराने पहुंचे दंपत्ति का ढाई साल का बालक लापता हो गय था। विजय नगर पुलिस ने पूरी मुस्तैदी के साथ बालिका को खोजकर परिजनों को हवाले किया।
इधर घमापुर थाना के सिद्धबाबा क्षेत्र से ढाई साल का बालक गायब होने से हड़कंप मच गया। जितनी चर्चा बालक के गायब होने की थी उससे ज्यादा बात नए थाना प्रभारी की पोस्टिंग को लेकर हो रही थी। बालक गायब होने की घटना नए थाना प्रभारी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। उसे स्वीकार हुए थाना प्रभारी ने पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी टीम को बालक खोजने में लगा दिया और चंद घंटों में ढाई साल बालक को दस्तयाब किया गया।
जानकारी के अनुसार रीवा निवासी दंपत्ति स्मृति साहू और उनके पति के आंखों से खुशी के आंसू उस समय आ गए जब उनका लापता बालक को पुलिस ने तीन घंटे में खोजकर उन्हें सौंप दिया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गायब बालक यह भी नहीं बता पा रहा था कि उसका घर कहा है और उसका नाम क्या है। बालक की फोटो को लेकर घर-घर पहुंची पुलिस आज पद ग्रहण करने के बाद घमापुर थाना प्रभारी गंगाराम चंद्रवंशी बालक को उसके माता-पिता तक पहुंचाना चुनौती बन गया।
एक दिन में दो अलग-अलग मामलों में बालक-बालिका को उनके घर तक पहुंचाने में पुलिस की मुस्तैदी सामने आ रही है। रीवा निवासी स्मृति अपने पति के साथ जबलपुर में इलाज कराने पहुंची थी इस दौरान वह अपने रिश्तेदार अभिषेक साहू के घर सिद्ध बाबा क्षेत्र में रूक गई इस दौरान स्मृति साहू का ढाई साल का पुत्र खेलते-खेलते हुए घर से कही गायब हो गया। इसकी सूचना घमापुर पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पतासाजी की तो करिया पाथर में रहने वाले बिरजू वंशकार के पास बालक दस्तायाब हुआ। पुलिस को बिरजू वंशकार ने बताया कि यह बालक उसके घर आ गया था जिससे नाम-पता पूछा गया तो वह जवाब नहीं दे पा रहा था।