जंगल में पेड़ से लटके मिले दो सगे भाइयों के कंकाल, 78 दिन से थे लापता : आत्महत्या या हत्या – जांच में जुटी पुलिस

सतना। शहर के गोदावरी मोड़ स्थित जंगल में बुधवार को एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब पेड़ से लटके दो कंकाल बरामद किए गए। मृतकों की पहचान सतना की नई बस्ती में रहने वाले सगे भाई – जितेंद्र यादव (18) और वीरेंद्र यादव (22) – के रूप में हुई है। दोनों युवक 28 जनवरी से लापता थे और 78 दिन बाद अब उनके कंकाल पेड़ से फांसी के फंदे पर लटके मिले हैं।
सूचना मिलते ही कोलगवां थाना पुलिस और मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे। मां ने शवों की पहचान कपड़ों और निजी वस्तुओं के आधार पर की।
*पढ़ाई के लिए शहर में रह रहे थे दोनों भाई*
मूल रूप से बरौंधा थाना क्षेत्र के पांगी पुरवा गांव के निवासी जितेंद्र और वीरेंद्र सतना की नई बस्ती में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। बताया गया है कि पिता का पहले ही निधन हो चुका था और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी। ऐसे में दोनों भाई भविष्य सुधारने के लिए मेहनत कर रहे थे।
*लापता होने की दी गई थी सूचना, नहीं मिला कोई सुराग*
परिजनों ने 28 जनवरी को कोलगवां थाने में दोनों भाइयों की गुमशुदगी की सूचना दी थी, जिस पर 31 जनवरी को मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, 78 दिन बीतने के बावजूद पुलिस कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई। अब जब जंगल में दोनों के कंकाल मिले हैं, तो परिजन गहरे सदमे में हैं।
- जांच में जुटी पुलिस, हर पहलू से हो रही पड़ताल*
घटना की सूचना मिलते ही चित्रकूट पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस किसी भी संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं कर रही है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के आधार पर ही मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी।