जबलपुरमध्य प्रदेश
चार साल से था असहनीय दर्द , महज 15 मिनट में राहत
बहोरीबंद निवासी मरीज को डॉ मंयक चंसौरिया ने दिया नया जीवन,
जबलपुर ,यशभारत। दर्द से मुक्ति ही नहीं नया जीवन भी मिला। इसके लिए डॉक्टर साहेब का अहसान मंद रहूंगा। यह कहना है बहोरीबंद निवासी 62 वर्षीय कंछेदी लाल का । जो चार साल से विचित्र दर्द से पीडि़त था। मलद्वार के रास्ते से पेशाब के द्वार तक तीव्र गति से पूरे समय तड़कन के साथ असहनीय दर्द होता रहता था। हाल ये था कि कंछेदी लाल सालों हो गया सोया नहीं। उसके साथ ही उसकी पत्नी भी उतनी ही पीड़़ा में थी। जब ये मरीज लाइफ केयर आईसीयू में वरिष्ठ दर्द निवारण विशेषज्ञ डॉ मयंक चंसौरिया के पास पहुंचा तब भी वह असहनीय वेदना सेे तड़प रहा था। जब वह लाइफ केयर आईसीयू मुखर्जी अस्पताल पहुंचा तो डॉ अभिजीत मुखर्जी ने उसकी हालत देखकर डॉ चंसौरिया के पास भेजा । डॉ चंसौरिया के अनुसार मरीज की पीड़ा व उसका मानसिक स्तर बहुत भयभीत करने वाला था व उसकी पत्नी के शब्द थे कि इन्हें बचा लीजिए। कहते हैं कि जीना नहीं चाहता । उनके बोल बहुत मार्मिक थे। इस मरीज के इलाज को डॉ चंसौरिया ने चुनौती के रूप में लिया। उन्होंने बताया कि इस तकलीफ को -प्यूडेंडल न्यूरेल्जिया -कहते हैं जो गुदा द्वार व पेशाबके जगह को सप्लाई करने वाली नस है । जब इसमें किसी प्रकार का दबाव आ जाता है जो कि सामान्य बात है तो ये तड़कती है व असहनीय तकलीफ देती है। मुश्किल काम है इस बीमारी की सही पहचान करना व उसकी डाइग्रोसिस बनाना। डॉ मयंक चंसौरिया ने इसको सोनोग्राफी मशीन के माध्यम से ढूंढकर व एक पतली सी सुई की मदद से उस नस के आजू -बाजू में दवा डालकर दबाव को कम कर दिया जिसकी वजह से दर्द व तकलीफ में तुरंत आराम आ गया । ये सारा काम बिना ऑपरेनशन के 15 मिनट में हो गया। मरीज सालों बाद सो पाया व उसकी पत्नी भी। उसे विश्वास नहीं हो रहा ये तकलीफ एक 15 मिनट के इलाज से बिना ऑपरेशन के ठीक हो गयी। वो डॉ मयंक चंसारिया डॉ अभीजीत मुखर्जी व लाइफकेयर आईसीयू मुखर्जी अस्पताल का दिल से धन्यवाद व दुआ दे रहा है।