चहुंओर गणतंत्र दिवस का उल्लास : मुख्य समारोह में कलेक्टर ने किया ध्वजारोहण, ली परेड की सलामी
कटनी, यशभारत। गणतंत्र दिवस पर आज पूरे जिले में अपार उत्साह और हर्षोल्लास के बीच मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य समारोह झिंझरी पुलिस लाइन ग्राउण्ड में आयोजित किया गया, जहां मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर अवि प्रसाद ने सुबह ठीक 9 बजे ध्वजारोहण करते हुए परेड की सलामी ली।
ध्वजारोहण के उपरांत मुख्य अतिथि कलेटर अवि प्रसाद ने पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के साथ खुली जीप पर सवार होकर परेड का निरीक्षण किया एवं सलामी ली। इस अवसर पर हर्ष फायर किया गया व राष्ट्रगान का गायन किया गया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चौहान के प्रदेश की जनता के नाम संबोधित संदेश का वाचन किया गया। समारोह के अगले चरण में शानदार मार्च पास्ट का आयोजन किया गया, जिसमे जिला पुलिस बल, महिला पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल, होमगार्ड के साथ ही कॉलेजों और स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लेकर देशभक्ति की अलख जगाई। मार्च पास्ट के बाद मुख्य अतिथि कलेक्टर अवि प्रसाद ने सभी परेड कमांडरों से परिचय प्राप्त किया। इसके उपरांत मुख्य अतिथि ने स्वतंत्रता संग्राम में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले सेनानियों एवं उनके परिवारजनों का शाल एवं श्रीफल से सम्मान किया। कार्यक्रम के अगले चरण में स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी एवं राजनीतिक दलों के नेताओं की उपस्थिति रही।
झाकियों को मिली सराहना
गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति पर आधारित झांकियां निकाली गई। जिसमे शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित एवं विकास की झलक प्रदर्शित करती झांकियां शामिल रहीं। जिला पंचायत, नगर पालिक निगम, यातायात पुलिस, वन विभाग, मध्यप्रदेश राज्य विद्युत मंडल, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला शिक्षा केन्द्र, आदिम जाति कल्याण विभाग, आनंदम विभाग, कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र की झांकियों को सराहना मिली।
मुख्य समारोह में संसद द्वारा पारित किये गए तीन नए कानूनों की प्रदर्शनी लगाई गई, इनमें भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नगारिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 शामिल है। इन कानूनों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के मानवाधिकारों एवं महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, पीडित-केन्द्रित न्याय तंत्र स्थापित करना, जटिल प्रक्रियाओं के सरलीकरण से आपराधिक न्याय प्रणालि को और सुगम तथा सुलभ बनाना तथा जेलों और सुधार गृहों से भीड़ कम करना है।