चरगवां में आकाश से गिरी मौत : दो भाईयों के परिवारों की लील ली खुशियां
जबलपुर, यशभारत। आकाश से गिरी मौत ने दो भाईयों के परिवार की खुशियों को लील गई। मां-पिता की गोद में इकलौते बेटे ने दम तोड़ दिया तो कमलाबाई के सामने उसकी बेटी और सुहाग उजड़ गए। इस वज्रपात से पूरे गांव में शोक की लहर है। तो वहीं, इस प्राकृतिक आपदा में बच गए लोगों की आंखों में खौफ है।
जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर जमुनिया गांव निवासी रामजी यादव और उनके भाई रम्मू यादव मजदूरी कर परिवार पाल रहे थे। खेती के नाम पर थोड़ी सी जमीन है। इसी में उड़द लगा दी थी। वैसे तो वो दूसरे के खेत में मजदूरी करने जाते थे, लेकिन मौसम साफ था, तो खेत में पक कर तैयार उड़द तोडऩे के लिए अपने खेत में चले गए।
5 बच्चों की परवरिश की थी जिम्मेदारी
रामजी यादव के कंधों पर पत्नी कमलाबाई के अलावा बेटी माया यादव, शिवानी यादव, दुर्गा यादव, बेटे आदित्य यादव व अनुज यादव की जिम्मेदारी थी। इस हादसे में रामजी यादव के साथ ही उसकी दूसरे नंबर की बेटी माया (19) की मौत हो गई है।
छिन गया इकलौता चिराग
रामजी यादव के छोटे भाई रम्मू यादव भी पत्नी संध्या और इकलौता बेटा साहिल यादव (15) भी हादसे के वक्त इसी एक कमरे में छुपे थे। पति-पत्नी की गोद में ही बेटे साहिल ने दम तोड़ दिया था। रम्मू की तीन संतानों में बेटा साहिल बड़ा था। उससे छोटी दो बेटियां सेजल यादव और सानिया यादव उससे छोटी हैं। दोनों भाईयों पर पड़े वज्रपात से पूरा गांव दुखी है।
चार-चार लाख रुपए मदद
आकाशीय बिजली की चपेट में आकर जान गंवाने वाले रामजी, माया यादव और साहिल यादव के परिजनों को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद स्वीकृत की है। इस प्राकृतिक हादसे की जानकारी पर नायब तहसीलदार चरगवां कत्तर््ाव्य अग्रवाल भी गांव में पहुंचे थे। उन्होंने पीडि़त परिवार को अंत्येष्टि सहायता भी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
ऐसी थी प्राकृतिक आपदा
चरगवां के जमुनिया गांव निवासी रामजी यादव पत्नी कमलाबाई, बेटी माया यादव, भाई रम्मू यादव, उसकी पत्नी संध्या यादव और भतीजे साहिल यादव के साथ मूंग उखाडऩे पहुंचे थे। शाम 5 बजे के लगभग बारिश शुरू हुई तो वे खेत में बने कमरे में छुपने के लिए चले गए। पास के खेत में मजदूरी कर रहे गांव के बाबूलाल झारिया, उसकी पत्नी चंदाबाई झारिया, मिठाईलाल झारिया भी वहां बारिश से बचने को पहुंचे थे। उसी दौरान इस जर्जर मकान पर आकाशीय बिजली गिरी। खिड़की के पास खड़े रामजी यादव (43), उसकी बेटी माया यादव (19) और भतीजा साहिल यादव (15) उसकी चपेट में आ गए। मेडिकल पहुंचने से पहले तीनों की मौत हो गई थी। जबकि अन्य बेहोश हो गए थे, और थोड़ी देर बाद ही वे होश में आ गए थे।