ग्वारीघाट में युवक पर छेडख़ानी के आरोप से बवाल : जहर खाकर दी जान, परिजनों ने शव रखकर जाम कर दिया ग्वारीघाट मार्ग
- राहगीर घंटों से परेशान, पुलिस जांच जारी


जबलपुर, यशभारत। ग्वारीघाट के दुर्गानगर में रहने वाले एक युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस पूरे मामले में परिजनों ने ग्वारीघाट मार्ग पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना है कि युवक को छेडख़ानी के झूठे केस में फंसाया गया था और इसी वजह से उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी। जिसके चलते घंटो जाम के हालत रहे तो वहीं मृतक के परिजनों से पुलिस से जमकर वाद-विवाद भी हुआ। उनका कहना था कि युवती पर हत्या का मामला दर्ज हो, जबकि पुलिस निष्पक्ष जांच का आश्वासन देती रही।
दरअसल पूरा मामला पिछले दिनों का है जहां पर एक युवती ने ग्वारीघाट थाने में पहुंचकर युवक रमन पटैल 20 वर्ष के खिलाफ छेडख़ानी का मामला दर्ज करवाने के बाद युवती और उसके परिजनों के द्वारा युवक के साथ मारपीट की गई। जिसकी शिकायत युवक ने थाने में दर्ज करवाई। लेकिन इस पूरे मामले में युवक के खिलाफ छेडख़ानी का जो मामला दर्ज हुआ था, उससे युवक आहत था। जिससे तंग आकर उसने जहर का सेवन कर लिया। इलाज के लिए युवक को विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां एक दिन भर्ती होने के बाद घर लौटा और देर रात उसकी घर में मौत हो गयी।
मृतक युवक के परिजनों ने बीच सड़क पर बैठकर कहा- जबरन फंसाया गया
मृतक युवक रमन पटैल के परिजनों ने आज रविवार दोपहर को खंदारी नाला रोड पर शव रखकर जाम लगाया और विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना था कि युवक ने झूठा मामला दर्ज होने के बाद आत्मघाती कदम उठाया है। ना यह मामला दर्ज होता ना वह जहर खाकर जान देता। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर, युवती और उसके परिजनों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
विरोध प्रदर्शन से श्रद्धालु परेशान, पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
युवक की मौत पर बीच सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन होने से ग्वारीघाट पहुंचने वाले लोगों एवं श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे है। पुलिस ने जब इस मामले में युवक के खिलाफ छेडख़ानी और युवती और उसके परिजनों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया था, अगर इस मामले में बारीकी से जांच होती तो यह स्थिति निर्मित ना होती। साथ ही इस प्रदर्शन के चलते राहगीरों को जो भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा वह भी नहीं करना पड़ता। विरोध प्रदर्शन के चलते राहगीर घंटो जाम में फंसे रहे और वह अपनी सुरक्षा को लेकर भी आशंकित रहे। यदि समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो राहगीरों को परेशान नहीं होना पड़ता। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई जारी है।