गिद्धों की लगातार घट रही संख्या : गिद्ध गणना में हुआ खुलासा पिछले वर्ष से बहुत कम है आंकड़ा, जंगलों की अंधाधुंध कटाई के कारण वन्य जीवों पर मंडरा रहा अस्तित्व का संकट

जबलपुर यश भारतl भारी प्रदूषण और जंगलों की कटाई के चलते प्राकृतिक पर्यावरण में लगातार परिवर्तन देखे जा रहे हैं जिसके चलते अब वन्य जीवों पर भी स्वयं के अस्तित्व को बचाने का खतरा मंडराने लगा है जिसका खुलासा उस वक्त हुआ जब गिद्ध गणना के दौरान पहले से कहीं कम गिद्ध पाए गए हैं। जो वन विभाग सहित सभी के लिए चिंतन का विषय है l
प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, मध्यप्रदेश भोपाल से प्राप्त निर्देशानुसार प्रदेश व्यापी गिद्ध गणना वर्ष 2025 के अंतर्गत वनमण्डल जबलपुर के समस्त परिक्षेत्र में गिद्धों की गणना प्रारंभ की गई। जिसमें परिक्षेत्र अधिकारी पाटन श्रीमती विशाखा तिनखेड़े एवं परिक्षेत्र अधिकारी शहपुरा श्रीमती सोनम जैन के नेतृत्व में क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा पूर्व से चिन्हांकित स्थलों पर जाकर गिद्धों की गणना की गई। जिसमें पाटन परिक्षेत्र की तमोरिया, हरदुआ और कटंगी बीट में 46 व्यस्क तथा 3 अवयस्क गिद्ध पाए गए। इसी प्रकार शहपुरा परिक्षेत्र की बेलखेड़ा बीट में 8 व्यस्क गिद्ध पाए गए। इस प्रकार इस वर्ष करीब 57 गिद्ध पाए गए जबकि पिछले वर्ष लगभग 79 गिद्ध पाए गए थेl