जबलपुरमध्य प्रदेश

खेलों को मिलेगा प्रोत्साहन : रेलवे स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट का भव्य निर्माण

जबलपुर, यश भारत। भारतीय रेल ने खेलकूंद को बढ़ावा देने के लिए नयी-नयी उच्च तकनीकों का प्रयोग कर एवं सुविधाओं में बढ़ोत्तरी कर खेलों के स्तर को बढ़ाया जा रहा है। इसी के तहत पश्चिम मध्य रेल खेलकूंद संघ द्वारा रेलवे स्टेडियम जबलपुर में सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट का निर्माण किया गया है। इन दोनों कोर्ट में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्माण किया गया है। पूरे महाकौशल क्षेत्र में इस स्तर का यह पहला सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट पश्चिम मध्य रेल द्वारा निर्माण किया गया है। पमरे में सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट बनने से खिलाडिय़ों को विशेष प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त करने में आसानी तो होती है बल्कि उनकी तैयारी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की हो जाती है और हमारे खिलाड़ी भी विदेशी खिलाडिय़ों को चुनौती प्रस्तुत कर प्रतियोगताओं को जीत रहे हैं।

ये होगा लाभ
* वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट से खिलाडय़िों को बहुत अधिक लाभ मिलेगा क्योंकि वर्तमान में वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल के सभी खेलकंूद प्रतियोगिताएं सिंथेटिक कोर्ट पर ही कराई जाती है।
* यह कोर्ट उच्च तकनीकी से बनाया है, जिससे खिलाडय़िों के जख्मी होने का खतरा बहुत कम से कम रहता है और खिलाड़ी लंबे समय तक खेल पाते हैं।
* इस कोर्ट की संरचना में उपयोग की जाने वाली सामग्री अंतरराष्ट्रीय स्तर की है, जिससे कोर्ट अच्छी गुणवत्ता के हैं।
* सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्टकी फ शर्, ऐक्रेलिक कुशन का उपयोग किया जाता है जो कि खिलाडिय़ों के लिए काफ ी सुविधाजनक रहती है।
इस कोर्ट के निर्माण के लिए व्यापक तैयारी की जाती हंै। जिसमें कुल छ: लेयर से बनाकर मेन कोर्ट का निर्माण किया जाता है। इसकी सबसे निचली लेयर कॉम्पक्टेड सबग्रेड की होती है। उसके ऊपर दो लेयर कॉम्पक्टेड डब्ल्यूबीएम की निर्माण की जाती है। उसके बाद दो लेयर कॉम्पक्टेड एस्फाल्ट की सतह होती है, और सबसे अंत में लिक्विड एप्लाइड ऐक्रेलिक सरफेश सिस्टम का बना होता है जिससे खिलाडिय़ों को खेलने में बाउन्स मिलता है तथा उनके घुटने एवं एड़ी खराब नहीं होते हैं। लिक्विड एप्लाइड ऐक्रेलिक सतह पर अलग-अलग रंगों के पिंगमेंट से कोटोज़्ं की माकिंज़्ग की जाती है। ये दोनों कोटज़् को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानक फूल साइज़ के रूप में बनाया गया है। जिसमें प्रशिक्षण लेने से खिलाडिय़ों को बाहर प्रदर्शन करने में काफ ी मददगार साबित होगी।

कोर्ट के रखरखाव की यह है विशेष पद्धतियां
पमरे द्वारा ये दोनों अंतरराष्ट्रीय सिंथेटिक कोर्ट के रखरखाव में मानक उच्च तरीकों का पालन किया जा रहा है। इसमें कुछ विशेष पद्धतियों का उपयोग किया जा रहा है।
* इस कोर्ट पर खेलने के लिए हमेशा नॉन मार्किंग जूतों का उपयोग किया जा रहा है।
* कोर्ट के धूल की सफ ाई के लिए मानक ब्लोअर का इस्तेमाल किया जाता है।
इन सिंथेटिक कोटोज़्ं से खिलाडिय़ों में उमंग और उत्साह का संचार हुआ है। खिलाड़ी दूनी मेहनत से एवं स्फ र्ति से अभ्यास कर रहे है। इसके सुपरिणाम भविष्य में मिलने के लिए सभी उत्सुक हैं।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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