क्रिसमस : 8 दशकों से केक बना रहा मुस्लिम परिवार, तैयारियों के बीच बेकरी के केक की डिमांड अधिक
कटनी, यशभारत। मसीही धर्मावलंबियों के प्रमुख पर्व क्रिसमस डे की तैयारियां अंतिम दौर पर पहुंच चुकी है। आज 24 दिसंबर की मध्यरात्रि 12 बजे चर्चों एवं गिरजाघरों में केक काटकर आतिशबाजी करते हुए प्रभु यीश मसीह का जन्मदिवस सेलीब्रेट किया जाएगा। शहर में क्रिसमस पर्व की धूम नजर आने लगी है। चर्चों और गिरजाघरों में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। घरों में मसीही समाज द्वारा आाकर्षक साज-सजावट की जा रही है। क्रिसमस के दौरान सबसे ज्यादा डिमांड केक की रहती है। मसीही समाज द्वारा घरों में केक बनाकर सेलीब्रेट किया जाता है। इस सबके बीच कटनी में एक परिवार ऐसा भी है, जो पिछले 80 सालों से क्रिसमस एवं न्यू ईयर पर लजीज केक बनाता आ रहा है। 8 दशक पहले मिशन चौक स्थित नगीना मस्जिद के पीछे रहने वाले मोहम्मद याकूब ने इस व्यवसाय की नींव रखी थी। इस व्यवसाय को यार मोहमद ने आगे बढ़ाया और आज उनकी तीसरी पीढ़ी के रूप में मोहम्मद मतीन इसे संभाल रहे हंै। क्रिसमिस हो, न्यू ईयर हो, बर्थ डे पार्टी हो या फिर विवाह का शुभ अवसर, इनके द्वारा तैयार किए गए केक के बिना हर पार्टी अधूरी रहती है। इनके द्वारा तैयार आयटम शहर के हर वर्ग और धर्म के लोगों के बीच हाथोंहाथ बिकते हैं। शौकिया तौर पर लोग भले ही घरों में कभी- कभार केक या बिस्किट्स तैयार कर लें, लेकिन त्योहारी मौकों पर लोग आज भी बेकरी जाना पसंद करते है। यही कारण है कि आज भी क्रिसमिस के मौके पर मून बेकरी में ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। मोहम्मद मतीन ने बताया कि क्रिसमिस के लिए ही वे अभी तक 6 हजार के लगभग केक तैयार कर चुके हैं। केक के लिए वे ग्राहकों से सामान स्वयं मंगवाते हैं। केक का रंग इलाहाबाद से मंगवाया जाता है। केक और बिस्किट के अलावा स्वीट बन, पिंजा वेजीटेबल, कटलेट कबाब तथा अन्य आधुनिक आयटम की डिमांड अधिक है। मोहम्मद मतीन ने बताया कि नई टेक्नालॉजी के बावजूद बैकरी में बनने वाले केक की मांग कम नहीं हुई है। सीएनआई चर्च से जुड़े सौरभ मसीह एवं ज्वेल हर्बट ने बताया कि करीब 40 सालों से चर्च के लिए मून बेकरी से केक बनवाए जा रहे हैं। यहां तैयार किए गए केक की क्वालिटी ही अलग है।