किसानों को नही मिल रही पर्याप्त बिजली,किसान हो रहे परेशान : बिजली के अभाव में नही हो पा रही सिंचाई,10 घंटे के स्थान पर मिल रही 6 से 8 घंटे बिजली

सिवनी यश भारत:-इन दिनों जिले के किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए 10 घंटे में से केवल 6 से 8 घंटे ही थ्री फेज बिजली मिल रही है। इसके कारण किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। और काफी परेशान हैं। बार-बार बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने के कारण किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। किसानों का कहना है कि समय पर फसलों की सिंचाई नहीं होने से बाई गई फसल बर्बाद हो सकती है। इधर बिजली विभाग के अधिकारी फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली देने का दावा कर रहे है।
कम वोल्टेज के कारण नहीं चल रहे मोटरपंप:-
जिला के लखनवाड़ा गांव के आलावा कोनियापार, परतापुर, बम्होड़ी, ढेंकी, लोनिया, तिघरा, धतुरिया समेत आसपास गांवों के किसान सतीश ठाकुर, बलवंत बघेल, प्रहलाद चक्रवर्ती, अतुल बघेल सहित अन्य किसानों ने बताया है कि बिजली विभाग के लोनिया गांव में स्थित फीडर से इन गांवों में बिजली सप्लाई की जा रही है।किसानों का आरोप है कि विद्युत वितरण कंपनी ने मनमाने ढंग से स्थाई व अस्थाई कनेक्शन सिंचाई के लिए दे दिए गए हैं, लेकिन हाई वोल्टेज के ट्रांसफार्मर नहीं लगाए गए हैं। इससे बिजली व्यवस्था बदहाल हो गई है। ऐसे में बिजली की समस्या के कारण सिंचाई का कार्य प्रभावित होने से उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
बिजली और नहर पर ही आश्रित हैं किसान:-
जिले में रबी सीजन की फसलों को इन दिनों पानी की जरूरत है। इस साल अब तक पलेवा की वर्षा भी नहीं हुई है इसके कारण किसान खासे परेशान हैं। तापमान भी इन दिनों सामान्य से काफी अधिक चल रहा है। इसके कारण वातावरण और मिट्टी में नमी का अभाव है। ऐसे में फसलों को सिंचाई करने के लिए किसान नहर और बिजली पर आश्रित हैं। नहरों से किसानों को पानी नहीं मिल रहा है वहीं बिजली के लिए भी किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले ही भोमा क्षेत्र के किसानों ने बिजली कंपनी कार्यालय पर्याप्त बिजली की मांग की थी। वहीं कुरई व छपारा क्षेत्र के किसान भी बिजली सब स्टेशन पर जाकर आक्रोश दिखा चुके हैं।किसानों का आरोप है कि उन्हें पर्याप्त दस घंटे की बिजली नहीं मिल पा रही है। जितनी देर बिजली आती भी है तो वह या तो कम फेज की होती है या फिर बार-बार समय-बेसमय बिजली की कटौती होती है। जबकि इस समय किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए पानी की खासी जरूरत है।
यहां के किसान भी परेशान:-
भोमा क्षेत्र के किसानों को भी बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।शनिवार को भोमा स्थित बिजली वितरण केंद्र में कन्हान, भोमाटोला, छीतापार, साल्हीवाड़ा गांवों के कई किसान पहुंचे थे। किसानों की मांग थी कि उन्हें समय पर और पर्याप्त मात्रा में बिजली दी जाए। किसानों ने बताया कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिलने से वे सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।किसानों के बड़ी संख्या में बिजली वितरण केंद्र पहुंचने की सूचना पर बिजली कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को आश्वासन देकर शांत कराया था।
किसान सतीश ठाकुर का कहना है की वर्तमान में फसलों को सिंचाई की आवश्यकता है लेकिन पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। इसके कारण किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे है। बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी काेई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
किसान बलवंत बघेल का कहना है कि सिंचाई के लिए 10 घंटे थ्री फेज बिजली मिलनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। मात्र छह से आठ घंटे ही किसानों को बिजली दी जा रही है। ऐसे में किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
किसान प्रहलाद चक्रवर्ती का कहना है की दस घंटे थ्री फेज बिजली नहीं मिलने से मोटर पंप नहीं चलले के कारण किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।ऐसे में किसानों का आक्रोश बढ़ रहा है। विभाग के अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
किसान अतुल बघेल का कहना है की फसल की सिंचाई के लिए किसान नहर और बिजली पर ही आश्रित हैं। नहर से पानी नहीं मिल रहा है और बिजली भी पर्याप्त नहीं मिल रही है। इसके लापरवाही के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो सकती है।
बिजली वितरण कंपनी सिवनी के कार्यपालन अभियंता सुभाष राय का कहना है की ग्रामीण क्षेत्राें में शासन के नियमानुसार किसानों को सिंचाई के लिए 10 घंटे थ्री फेज बिजली दी जा रही है। किसानों को पर्याप्त बिजली देने और उन्हें कोई समस्या ना हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं। शिकायत मिलने पर समस्या का निराकरण भी किया जा रहा है।