जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

एक वर्ष में 48 को किया जिला बदर :18 लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत हुई कार्रवाई

सिवनी यश भारत:-जिले में एक वर्ष में पुलिस विभाग ने 48 लोगो पर जिला बदर और 18 लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की है। बीते तीन वर्षो में पुलिस थाना में दर्ज प्रकरण के तुलनात्मक आंकड़ों को देखा जाए तो वर्ष 2024 में जनवरी से 31 दिसंबर के बीच बलवा और दुष्कर्म की घटनाओं में खासी कमी आई है। हालाकि हत्या, हत्या का प्रयास समेत अपहरण की घटनाओं में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। दरअसल जून में बड़ी संख्या में गोहत्या का प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस ने गोवंश हत्या में शामिल गिरोह के 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

 

इसमें जिले के अलावा नागपुर से बड़ी संख्या में आरोपितों की गिरफ्तारी हुई थी। आरोपितों के अवैध कब्जों पर प्रशासन से बुल्डोजर चलाने के साथ एनएसए भी लगाया था। अच्छी बात यह है कि बलवा और आम्र्स एक्ट के प्रकरण में गिरावट दर्ज हुई है। वहीं बीते साल एक मात्र डकैती की तैयारी का प्रकरण दर्ज हुआ है। वर्ष 2023 में डकैती का एक प्रकरण दर्ज किया गया था।

48 को किया जिला बदर:-

पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन पर बीते वर्ष 2024 में 48 लोगों को जिला प्रशासन ने जिला बदर किया है। वर्ष 2022 में 68 और 2023 में 83 लोगों का जिला बदर किया गया था। पिछले साल 123 आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज किए गए थे, जो घटकर इस साल 74 रह गए। मादक पदार्थ नशा कारोबार इत्यादि प्रकरण पूर्व वर्षो की तुलना में कम हुए हैं। इसी तरह आबकारी एक्ट के प्रकरणों में कमी आई है। तीन वर्ष के तुलनात्मक अपराधों के आंकड़ों को देखा जाए, तो भारतीय दंड विधान में दर्ज कुल मामलों की संख्या में बीते दो वर्षो की तुलना में वर्ष 2024 में बढोत्तरी हुई है। लघु अधिनियम की कार्रवाई कमी आई है।

247 अपहरण की घटनाएं:-

अपहरण के कुल 247 प्रकरण वर्ष 2024 में दर्ज किए गए हैं। जबकि 2023 में 202 तथा 2022 में इनकी संख्या 224 थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार नाबालिग बच्चियों के लापता होने अथवा किसी व्यक्ति के साथ भागने की घटनाओं में पूरी तरह रोक लगाना बेहद जरूरी है। इसके लिए बालिकाओं में जागरूकता फैलाने स्कूलों और गांव में महिला संबंधी अपराधों पर सतर्क करने पुलिस लगातार अभियान चला रही है। मोटर व्हीकल एक्ट की संख्या पूर्व वर्षो से घटी है। आंकड़ों के अनुसार जुआं, सट्टे के मामलों में कमी आई है। लूट की घटनाएं बीते तीन वर्षो से स्थिर बनी हुई है। 7-7 प्रकरण प्रतिवर्ष दर्ज हाे रहे हैं। लेकिन वर्ष 2024 में पूर्व दो वर्षो की तुलना में हत्या के मामलों में वृद्धि हुई है। 2022 में 30, 2023 में 33 तथा 2024 में 36 हत्या के प्रकरण दर्ज हुए हैं। वहीं हत्या के प्रयास संबंधी घटनाएं लगभग दो गुना हो गई है।

 

कई चोरों का पुलिस ने राजफाश किया:-

साल 2024 के अंत में पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए एक साथ 37 चोरी की घटनाओं के सातिर आरोपित और उसके सहयोगियों को पकड़ने के साथ ही लगभग 10 लाख रुपये की नकद राशि जब्त की थी। इसके अलावा बीते कुछ माह में पुलिस बल ने वाहन चोरी सहित अलग-अलग कई चोरी की घटनाओं का राजफाश किया है।

पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता का कहना है कि अपहरण की घटनाओं को नियंत्रित करने सभी पुलिस थाना प्रभारियों को तत्परता से त्वरित कार्रवाई करने के साथ ही नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। नाबालिग बालिकाओं को भगाने वालों पर प्रभावी कार्रवाई हो रही है। नशे के कारोबार पर सख्ती से कार्रवाई कर नियंत्रण लगाया गया है। धारदार हथियार से हमलाकर गुंडागर्दी का प्रयास करने वालों से हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जा रही है। आबकारी, जुआं, सट्टा सहित अन्य अपराधों में प्रभावी कार्रवाई से रोक लगाई गई है।

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