फर्जी बिल लगाकर कागज़ों पर बेच दिए पैनल सब्सिडी लेकर करोड़ाें का स्टाक कर दिया कागजों से गायब
फर्जी बिल लगाकर कागज़ों पर बेच दिए पैनल
सब्सिडी लेकर करोड़ाें का स्टाक कर दिया कागजों से गाय
जबलपुर यश भारत। स्टेट जीएसटी संभाग वन की टीम द्वारा मंगलवार को सोलर पैनल, इंवर्टर और इलेक्ट्रिक मीटर बनाने वाली फर्म सीयू इनर्जी के तीन ठिकानों पर छापा मारा। जांच के दौरान टीम तीन जगह पहुंची।इसमें दो जगहों की कार्रवाई में जांच टीम को मौके स्टॉक नहीं मिला है, लेकिन फर्म द्वारा करोड़ों का कारोबार करने के दस्तावेज मिले, जिसे जीएसटी के अनुभवी खंगाल रहे हैं।
पैनल और मीटर बेचने के लिए फर्जी कंपनी बनाई और राज्य-केंद्र सरकार से करोड़ों की सब्सिडी ले ली। छापेमारी के दौरान शाम को दोनों जगहों को जांच टीम ने सील कर दिया । अब आगे की कार्रवाई बुधवार को होगी। जबलपुर समेत भोपाल, इंदौर, सतना में भी सोलर पैनल का काम करने वाले कारोबारियों के यहां स्टेट जीएसटी ने छापेमारी की।डिप्टी कमिश्नर आरके ठाकुर ने बताया कि
जीएसटी की छापेमारी में सीयू इनर्जी के साथ कारोबार करने वाली सहायक फर्म अपना बिजली का भी पता चला है। इसकी प्रोपाराईटर नंदनी दुबे की फर्म द्वारा भी साेलर पैनल, इलेक्ट्रिक मीटर और इंवर्टर का कारोबार मिला। फर्म के द्वारा करीब एक करोड़ 86 लाख का कारोबार किया गया । वहीं फर्मों द्वारा शासन की सब्सिडी पाने के लिए फर्जी सप्लाई की जाती है। इसकी जानकारी शासन तक पहुँचने के बाद यह छापामार कार्रवाई की गई है।जांच में पता चला है कि फर्म के एमडी विशाल दुबे हैं। वहीं केएन शिवानी श्रीवास्तव, उमा दुबे और शिल्पा दुबे डायरेक्टर हैं। इस कार्रवाई में जीएसटी की ओर से सीटीओ वंदना सिन्हा, वैष्णवी पटेल, एसटीओ सत्यपति रावत, डीएस अहिरवार के नेतृत्व में करीब 20 अधिकारियों की टीम द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
जबलपुर में जिन तीन ठिकानों पर छापे मारे गए, वे तीनों कार्यालय सीयू इनर्जी फर्म के बताए गए थे। कारोबार के प्रिंसिपल प्लेस सुगसागर ब्लू, शताब्दीपुरम और कटंगा स्थित जगहों पर जांच टीम पहुंची थी, लेकिन कटंगा में एक साल पहले ही फर्म द्वारा जगह को खाली कर दिया गया था। कार्रवाई में फर्म द्वारा सोलर पैनल के अलावा इलेक्ट्रिक मीटर का कारोबार होना पाया गया है।
आर एस ठाकुर
ज्वाइंट कमिश्नर,स्टेट जीएसटी