जबलपुर में बढ़ा तेंदुए का कुनबा : करीब 80 हुई संख्या खमरिया डुमना में चहलकदमी, विभाग अलर्ट
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जबलपुर। जबलपुर शहर के लिए खुशखबरी है यहां पिछले साल की अपेक्षा तेंदुए की संख्या बढ़कर करीब 80 हो चुकी है विभाग के आंकलन के अनुसार भरपूर प्राकृतिक वातावरण मिलने के कारण और शिकारी पर अंकुश लगाने के चलते तेंदुआ अपने कुनबा के साथ लगातार बढ़ रहे हैं। तो वहीं वन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है।
शहर के आसपास फैले घने जंगलों के बीच तेंदुओं ने अपना सुरक्षित घर बना लिया है और आर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया से लेकर ईडीके-एयरपोर्ट के बीच घनी झाडियों और पहाड़ी इलाकों में इनकी दस्तक इन दिनों सबसे ज्यादा बढ़ गई है। ईडीके के आसपास लोगों की आवाजाही न के बराबर होने के कारण इन्होंने इस इलाकों को अपने लिए सबसे सुरक्षित मान लिया है। वन विभाग कैमरे लगाकर इनकी संख्या का पता लगाया गया है। जबकि पूरे शहर के आसपास फैले जंगलों में 50 से अधिक तेंदुए सुरक्षित विचरण का अनुमान लगाया गया है और हर साल इनके कुनबे में दो-तीन की संख्या में वृद्धि हो रही है।
विभाग के अनुसार ओएफके के पास स्थित खमरिया थाने से लेकर डुमना पोर्ट तक दुर्गम इलाका, पहाड़, घनी झाडि़यां, बड़ी संख्या में पेड़ और घना जंगल तेंदुओं के लिए माकूल जगह मानी जाती है। इस पूरे कारिडोर में ये हमेशा से अपने कुनबे के साथ विचरण करते देखे गए हैं आैर इसको लेकर सूचनाएं भी आती रही हैं। घनी झाड़ियों और जंगलों में दिन की अपेक्षा रात में ज्यादा सक्रिय रहते हैं।
सेफ जाेन है जबलपुर
वन विभाग के अनुसार यह इनके लिए सेफ जोन है। साथ ही टिकरा, घाना, रिडौरी, एलपीआर, डुमना नेचर पार्क, ट्रिपल आईटीडीएम, फूड पार्क, सीओडी, 506 आर्मी बेस वर्कशॉप, सुखलालपुर (नेचर पार्क के पास जीआरसी) तक विचरण कर रहे हैं।
विचरण क्षेत्रों में सूकर और श्वान की बड़ी तादात को देखते हुए इन्हें शिकार के लिए मुनासिब जगह मिल गई है। ये यदाकदा मोर व चीतल को भी अपना शिकार बना लेते हैं। विचरण क्षेत्रों में पानी की भी समस्या नहीं हैं।
इन्होंने कहा…..
तेंदुए शहर के आसपास फैले जंगलों में विचरण कर रहे हैं। ये इनके लिए सुरक्षित क्षेत्र भी माने जाते हैं वैसे जब तक इन्हें छेड़ा न जाए ये अपने कुनबे से बाहर आकर किसी पर हमले नहीं करते हैं। विभाग के आकलन के अनुसार इनकी संख्या का पता चला है। फिलहाल करीब 80 तेंदुए विचरण कर रहे हैं।
गुलाब सिंह राजपूत, रेस्क्यू प्रभारी व उप वन क्षेत्रपाल, जबलपुर