जब मध्य क्षेत्र का व्यापारी संघ ई-रिक्शा की धमाचौकड़ी के खिलाफ हुआ लामबंद,विनय पुस्तक सदन के मालिक की मौत के आरोपी ई-रिक्शा चालक को पुलिस द्वारा अभी तक न पकड़े जाने को लेकर आक्रोशित हुए व्यापारी, दी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने की धमकी
जबलपुर यश भारत।जबलपुर की यातायात व्यव्यस्था बद से बदतर होती जा रही है.. ई ऑटो की धमाचौकड़ी रुकने का नाम नहीं ले रही.और आज इसी ई ऑटो की अव्यवस्था ने व्यापारियों में सबकेप्रिय स्नेही प्रसिद्ध पुस्तक विक्रेता विनय पुस्तक सदन के संचालक मनोज गुप्ता जी को सब से हमेशा के लिए दूर कर दिया.ये कहना है मध्य क्षेत्र की व्यापारी संघ का , जिओ की पिछले दिनों विनय पुस्तक सदन के मालिक मनोज गुप्ता की मौत को लेकर स्तब्ध हैं और इसी मुद्दे पर व्यापारी संघ द्वारा एक बैठक रखी गई जिसमें कि सभी व्यापारी संघ के कार्यकर्ताओं ने अपना अपना विरोध दर्ज कराया।
ई ऑटो चालक को पुलिस नहीं कर पाई अभी तक गिरफ्तार-व्यापारी संघ के कार्यकर्ताओं का कहना है कि ई ऑटो की टक्कर से घायल व्यापारी 3 दिन तक अपनी जिंदगी से संघर्ष करता रहा और अंततः मृत्यु ने उन्हें अपने आगोश मे ले लिया..अभी तक ई ऑटो चालक को पुलिस गिरफ्त मे नहीं ले पाई..संभवतः जबलपुर की प्रशासनिक व्यवस्था को एकाद घटना से शायद कोई फर्क नहीं पड़ता परन्तु हम व्यापारियों को बहुत फर्क पड़ता है.
सड़कों पर उतरेगा व्यापारी संघ-उत्तर मध्य व्यापारी संघ द्वारा प्रशासन को यह चेतावनी दी गई है कि जल्द से जल्द इस और अगर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया तो उत्तर मध्य व्यापारी संघ बड़ा आंदोलन करेगा और जरूरत पड़ी तो सड़कों पर भी उतरेगा। आने वाले समय पर व्यापारी संघ अपने किसी भी व्यापारी वर्ग की छती को नहीं सहेगा।
विनय पुस्तक सदन के मालिक को ई रिक्शा ने मारी थी टक्कर, तीन दिन बाद हुई थी मौत-विदित हो कि शहर के जाने-माने पुस्तक विक्रेता विनय पुस्तक सदन के मालिक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी ।तीन दिन पहले वह अपनी मोपेड से दुकान से रसल चौक की तरफ जा रहे थे तभी उस वक्त एक ई रिक्शा की टक्कर लग गई और उनका सर डिवाइडर से जा टकराया था जिसके बाद उन्हें पास में ही निजी अस्पताल ले जाया गया था जहां ब्रेन हेमरेज होने के उपरांत 3 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी । इस घटना के बाद व्यापारियों में जमकर आक्रोश का माहौल व्याप्त है।
बच्चे, महिला, बुजुर्ग सभी में प्रसिद्ध है विनय पुस्तक सदन-विनय पुस्तक सदन शहर की जानी-मानी पुस्तक की दुकान कही जाती है जहां पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक लोगों की पुस्तकों को लेने की लाइन लगी रहती है इसी के चलते पूरे शहर में मनोज गुप्ता विनय पुस्तक सदन के नाम से प्रसिद्ध थे इस खबर के चलते पूरे शहर में एक शोक की लहर है
सड़क से चौराहे तक ई रिक्शा के चलते दम तोड़ती ट्रेफिक व्यवस्था-शहर में इन दिनों ई रिक्शा धूम मचा रहे हैं। पूरी सड़क में ई रिक्शा की धमाचौकड़ी से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो रही है। इनके अनियंत्रित संचालन के लिए करीब चार साल पहले नगर निगम, स्मार्ट सिटी, आरटीओ और यातायात पुलिस ने बैठक कर ई-रिक्शा खड़े करने और सवारी बैठाने के लिए शहर के करीब 17 चौराहों व मुख्य मार्गों पर स्थल निर्धारित किए थे। इन स्थलों पर आटो लेन भी बनाई गई थी। व्यवस्था ऐसी थी कि ई-रिक्शा इसी आटो लेन के भीतर से आएंगे और तत्काल सवारी बैठाकर रवाना हो जाएंगे। लेकिन समय के साथ जिम्मेदारों की बेरुखी से ये व्यवस्था चौपट हो गई। जहां गायब हो गई वहीं जिम्मेदार भी व्यवस्था का पालन कराने में फेल रहे।
ई-रिक्शा चालको में है नाबालिग गुंडे और बदमाश-यातायात व्यवस्था का यह हाल है कि ई रिक्शा चलाने वाले चालकों का कोई वेरिफिकेशन नहीं किया गया है 18 साल से कम उम्र के नाबालिकों द्वारा ई-रिक्शा चलाया जा रहा है जो नाइट्रावेट जैसी गोली खाकर इन गाड़ियों को चला रहे हैं और सवारी के साथ बद्तमीजी करते हैं और किसी के साथ लूट तो किसी के साथ मारपीट की भी घटनाएं सामने आई है। कभी कभी तो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की भी वारदात कर चुके हैं