जिले की आगामी गाइडलाइन में 50 प्रतिशत लोकेशन पर वृदि्ध प्रस्तावित ,प्रस्तावों पर ली जाएंगी दावे-आपत्तियां
गाइडलाइन से ज्यादा दरों पर भूमि की खरीदी-बिक्री
जबलपुर यश भारत।2024-25 की अचल संपत्तियों के बाजार मूल्य (कलेक्टर गाइडलाइन) को लेकर शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में हुई जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में वरिष्ठ जिला पंजीयक डाॅ पवन अहिरवाल की तरफ से गाइडलाइन की रूपरेखा बताई गई। इसमें बताया गया कि जिले में 2683 लोकेशन है। इसमें 1105 शहरी तथा 1578 ग्रामीण है। इनमें एक हजार 729 लोकेशन पर दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है।अगले वित्तीय वर्ष में 1 से लेकर 100 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
44 नई लोकेशन खोलने के साथ 25 विशिष्ट ग्राम बनाए
जिले में स्थित कुल 2683 लोकेशन में से 1673 पर कलेक्टर गाइड लाइन से अधिक दर पर दस्तावेज पंजीबद्ध हुए हैं। इस कारण 50 फीसदी लोकेशन पर दरों में बढ़ोतरी प्रस्तावित है। 44 नई लोकेशन खोलने के साथ 25 विशिष्ट ग्राम बनाए गए हैं। गाइडलाइन की खासियत यह है कि शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा लोकेशन में बढ़ोत्तरी की जा रही है।
दरों पर आम जनता से 26 व 27 तक आपत्तियां ली जाएंगी। कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि उन क्षेत्रों में जहां ज्यादा दर बढ़ने की संभावना दिख रही है और वहां औसत दर निकालने में यदि कोई एक रजिस्ट्री उच्च दर पर हुई है तो उसे अलग कर सामान्य दर के आधार पर औसत निकाला जाए।उन्होंने प्रस्तावों में और सुधार की बात कही। उनका कहना था कि लोगों की आपत्तियां आएंगी, उनका निराकरण कर इस माह के अंत तक शासन को रिपोर्ट भेजी जाए।
इस कारण दरों में वृद्धि प्रस्तावित
बैठक में जानकारी दी गई कि जो वृदि्ध प्रस्तावित की गई है उसके कई बडे़ कारण सामने आए। मूल रूप से सम्पदा से प्राप्त आंकडे़, नगर एवं ग्राम एवं नगर निवेश, नगर निगम एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी, विभिन्न माध्यम जैसे कि विज्ञापन, कार्यालय में प्राप्त आवेदन, होर्डिंग्स, मार्केट, लोकेशन, नई कालोनियों की दर, प्रस्तावित रिंग रोड में शामिल ग्रामों एवं उनके पास स्थित ग्रामों में दरों को युक्तियुक्त करना शामिल है।
गाइडलाइन में ज्यादा फोकस शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों पर किया गया है। इसमें मुख्य रूप से रिंग रोड, बिलहरी, तिलहरी, तिलवाराघाट, गौरीघाट, पाटन बाइपास, कटंगी बाइपास, महाराजपुर, बरेला, डुमना रोड, पिपरिया खमरिया, भेड़ाघाट रोड को शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों में नई कॉलोनियां बन रही हैं। इनमें भूखंडों की कीमत भी बहुत अधिक है। इन्हें प्रचलित दर से ज्यादा पर विक्रय किया जा रहा है। वहीं कृषि भूमि की कीमतें भी गाइडलाइन से कई गुना ज्यादा हैं।