उज्जैन. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो दिवसीय मध्य प्रदेश दौरे पर हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज उज्जैन में सफाई मित्रों के सम्मान समारोह में शामिल हुईं. जहां उन्होंने सफाई मित्रों रश्मि टांकले, किरण खोड़े, शोभा घावरी, अनिता चावरे और गोपाल खरे को सम्मानित किया. साथ ही 1962 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन मार्ग का भूमिपूजन भी किया.
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिए सभी आगे बढ़ें. स्वच्छता ही देश को स्वस्थ और विकसित बना सकती है. भारत के एक-एक व्यक्ति इस कार्य में सहयोग करे और सब मिलकर देश को विकसित राष्ट्र बनायें. मध्य प्रदेश ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है. मध्य प्रदेश के अनेक शहरों को सफाई के लिए सुरक्षित शहर घोषित किया गया है. इन्दौर निरन्तर सातवीं बार देश का स्वच्छतम शहर घोषित हुआ है. भोपाल स्वच्छतम राजधानी बना है. इन सब कार्यों के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र हैं.
अवन्तिका, बाबा महाकाल की दिव्य नगरी
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि अवन्तिका बाबा महाकाल की पवित्र, दिव्य एवं पावन नगरी है. गुप्तकाल भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग रहा है और उस समय उज्जैन भारत का महत्वपूर्ण नगर था. यहां संस्कृति और सभ्यता की प्राचीन परम्परा है. राष्ट्रपति ने कहा कि आज से 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन परिवहन व्यवस्था का उत्कृष्ट केन्द्र था. यह अन्तरराष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र भी था. महाकवि कालिदास ने मेघदूत में उज्जयिनी की विशालता और भव्यता का अदभुत चित्रण किया है. देवलोक में जो महत्व अल्कापुरी नगरी का है, वही महत्व पृथ्वी पर उज्जैन नगरी का बताया गया है. मैं बाबा महाकाल, अवन्तिका नगरी और पवित्र शिप्रा नदी को प्रणाम करती हूं.
उज्जैन के साथ एमपी में आधुनिक विकास का प्रयास
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि उज्जैन एवं प्रदेश में आधुनिक विकास के अनेक प्रयास किये जा रहे हैं. उज्जैन में आज उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन मार्ग का भूमिपूजन किया गया है. यहां विक्रम उद्योगपुरी मेडिकल डिवाइसेस पार्क बनाया जा रहा है. मध्य प्रदेश में एक्सप्रेस-वे एवं एलीवेटेड कॉरिडोर बनाये जा रहे हैं. इन सभी के लिये मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के प्रयास सराहनीय हैं.
स्वच्छता देशव्यापी जन-अभियान बन गया
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में स्वच्छता देशव्यापी जन-अभियान बन गया है. स्वच्छता अभियान के द्वितीय चरण में वर्ष 2025 तक हमें देश में सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल करना है. देश में खुले में शौच से पूर्णत: मुक्ति और सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य होगा. महात्मा गांधी के स्वच्छता के आदर्श को हमें पूरा करना है. मैंने स्वयं अपने कैरियर की शुरूआत स्वच्छता के कार्यों से की. मैं नगर परिषद में उपाध्यक्ष थी और वार्डों में जा-जाकर स्वच्छता के लिये कार्य करती थी और लोगों को जागरूक करती थी. देशवासियों में आज स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है. मध्य प्रदेश के कई शहर ‘वॉटर+’, ‘ओडीएफ++’ के रूप में पुरस्कृत हुए हैं.
सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा हैं. इन्हें आज सम्मानित कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं. हम सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गरिमा और कल्याण को सुरक्षित करेंगे. देश में मेन होल को समाप्त कर अब मशीन होल बनाये जा रहे हैं. सफाईकर्मियों को लाभान्वित करने के लिये अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं. मध्य प्रदेश ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है.
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया स्वागत
राष्ट्रपति मुर्मु का राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और उन्हें श्री महाकाल महालोक की प्रतिकृति प्रदान की. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री डॉ. प्रतिमा बागरी उपस्थित थे.