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पीएम मोदी ने बीमा सखी योजना की शुरुआत की, महिलाओं से बोले- देश के विकास में आपकी भूमिका असाधारण, आपका योगदान बहुत बड़ा है

पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एलआईसी (LIC) की बीमा सखी योजना की शुरुआत कर दी है। हरियाणा के पानीपत दौरे पर प्रधानमंत्री ने ‘बीमा सखी योजना’ लॉन्च की। पीएम ने संबोधन के शुरुआत में कहा कि आज महिला विकास की दिशा में भारत एक और मजबूत कदम उठा रहा है। आज का दिन और भी वजहों से विशेष है। आज 9 तारीख है। शास्त्रों में नौ अंक को बहुत शुभ माना जाता है। नौ अंक नव दुर्गा की नौ शक्तियों से जुड़ा है। हम सब साल में शक्ति की उपासना करते हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन भी नारी शक्ति की उपासना जैसा ही है। आज नौ दिसंबर को ही संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। ऐसे समय में जब देश संविधान के 75 वर्ष का महोत्सव मना रहा है। विश्व को नीति और धर्म का ज्ञान देने वाली महान धरती पर आज के दिन आना और भी सुखद है। इस समय कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव भी चल रहा है। मैं गीता की इस धरती को प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं पूरे हरियाणा को यहां के देशभक्त लोगों को राम राम करता हूं। हरियाणा ने एक है तो सेफ है के मंत्र को जिस तरह अपनाया है. वह देश में उदाहरण बना है। सैनी की सरकार को बने अभी कुछ हफ्ते ही हुए हैं, लेकिन प्रशंसा पूरे देश में हो रही है।

तीन साल तक आर्थिक मदद की जाएगी- पीएम

उन्होंने कहा कि ऐसी लाखों बैंक सखियां आज बैंकों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। बीमा सखी योजना के तहत दो लाख महिलाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। दसवीं पास बहनों बेटियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। तीन साल तक आर्थिक मदद की जाएगी। बीमा से जुड़े सेक्टर का डाटा बताता है, हर महीने बीमा एजेंट पन्द्रह हजार रुपए कमाता है। इस तरह से देखें तो बीमा सखी साल में पौने दो लाख रुपए कमाएंगी।

गांव-गांव में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने का काम हमारी बहनों ने किया

पीएम ने कहा कि आजादी के बाद भी अधिकतर महिलाओं के बैंक खाते नहीं थे, इसलिए हमारी सरकार ने सबसे पहले माताओं-बहनों के जनधन बैंक खाते खुलवाए। आज गर्व है कि तीस करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खुल गए। आज जनधन बैंक खाते न होते तो गैस सब्सिडी के पैसे आपके खाते में न आते। उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ नहीं मिल पाता। रेहड़ी लगाने वाली महिलाओं के लिए बैंक के दरवाजे हमेशा बंद रहते हैं। गांव-गांव में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने में हमारी बहनों ने भूमिका निभाई है। जिनके बैंक खाते नहीं थे, वह अब बैंक सखी बनने जा रही हैं।

नारी को सशक्त करने के लिए आवश्यक’

पीएम मोदी ने आगे कहा कि नारी को सशक्त करने के लिए बहुत आवश्यक है कि उन्हें आगे बढ़ने के खूब अवसर मिलें, उनके सामने से हर बाधा हटे। जब नारी को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है, तो वो देश के सामने अवसरों के नए द्वार खोल देती हैं। लंबे समय तक हमारे देश में ऐसे अनेक काम थे जो महिलाओं के लिए व​र्जित थे। भाजपा की हमारी सरकार ने बेटियों के सामने से हर बाधा को हटाने की ठानी है। आजादी के 60-65 साल बाद भी अधिकतर महिलाओं के पास बैंक खाते नहीं थे, यानी महिलाएं बैंकिंग सुविधाओं से कटी हुई थीं। इसलिए हमारी सरकार ने सबसे पहले माताओं-बहनों के जनधन खाते खुलवाए। आज मुझे गर्व है कि जनधन योजना से 30 करोड़ से अधिक महिलाओं के खाते खुले हैं।

माताओं-बहनों को सिर्फ वोट बैंक समझा

उन्होंने कहा कि आप सभी भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में जुटी हैं। हर चीज को वोट बैंक की तराजू पर तोलने वाले लोग आज ब​हुत परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि चुनाव दर चुनाव मोदी के खाते में माताओं, बहनों, बेटियों का आशीर्वाद बढ़ता ही क्यों जा रहा है। जिन लोगों ने माताओं-बहनों को सिर्फ वोट बैंक समझा, वो इस मजबूत रिश्ते को समझ भी नहीं पाएंगे।

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