जूडा की दूसरे दिन भी हड़ताल जारीः निजी-सरकारी अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं बंद, इमरजेंसी चालू
मेडिकल डीन ने वैकल्पिक व्यवस्थाएं की, मरीजों को नहीं होने देंगे परेशानी
जबलपुर, यशभारत। कोलकाता में लेडी डाॅक्टर के साथ हुई घटना के बाद देश भर में डाॅक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी के तहत जबलपुर में भी निजी और सरकारी अस्पतालों में डाॅक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। जूनियर डाॅक्टर के बैनत तले हो रही हड़ताल में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद है जबकि इमरजेंसी सेवाओं को डाॅक्टरों ने चालू रखा है। इधर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल डीन डाक्टर नवनीत सक्सेना ने हड़ताल को देखकर वैकिल्पक व्यवस्थाएं कर ली है, किसी भी मरीज को कोई परेशानी न हो इसके लिए नाॅक टेक्निकल सहित अन्य स्टाफ की तैनाती की गई है।
जूनियर डाॅक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रबाबू रजक ने बताया कि केंद्र और राज्य ने अपने-अपने अनुसार डॉक्टर के लिए कई तरह के कानून बना रखे हैं मगर डॉक्टर के लिए कोई भी केंद्रीय कानून अभी तक नहीं बनाया गया। लगातार मांग की जा रही है कि एक सेंट्रलाइज कानून लाया जाए।
हड़ताल को लेकर आज हाईकोर्ट में सुनवाई
हड़ताल को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई है। इस पर आज सुनवाई होगी। अधिवक्ता अभिषेक पांडे ने बताया कि हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने एक निर्देश दिया था। जिसमें कहा था कि मेडिकल सुविधा एसेंशियल सर्विस में आती है। जिससे मरीजों को परेशानी होती है। इसके तहत डॉक्टर किसी भी तरह की हड़ताल में नहीं जा सकते हैं। हमने हाईकोर्ट के इस ऑर्डर के उल्लंघन के विरोध में जनहित याचिका लगाई है।
शहर के 90 निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद
आईएमए जबलपुर के पूर्व अध्यक्ष अमरेंद्र पाण्डे ने बताया कि करीब शहर के 90 निजी अस्पताल में भी विरोध प्रदर्शन जारी है। ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रखी गई है, सामाजिक कार्यकर्ता सहित विद्यार्थियों का समर्थन मिल रहा है।
कलकत्ता के चिकित्सा छात्रों पर पुलिस की मौजूदगी मैं गुंडों द्वारा किए आक्रमण का विरोध का आवाहन किया है । केंद्रीय आई एम ए बैनर तले आज सुबह 06 बजे से कल सुबह 600 बजे तक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान नहीं की जाएगी। इस कार्य में सभी तरह के अस्पताल चाहे वो सरकारी हों या प्राइवेट एवं समस्त तरह की ओ पी डी अपनी सेवाएं नहीं देंगे।
मेडिकल अस्पताल में परेशान हुए मरीज
जूनियर डाॅक्टरों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में देखने को मिला। यहां सुबह पहंुचे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मरीज के परिजन ओपीडी से लेकर जरूरी सेवाएं पाने के लिए भटकते नजर आए। यशभारत के कैमरा मैन मेडिकल पहंुचकर अपने कैमरे में कुछ ऐसी फोटो क्लिक की है जिसमें देखा जा सकता है कि मरीज और परिजन किस तरह से परेशान हो रहे हैं।