भारतीय सेना के मध्य भारत एरिया के 200 साल हुए पूरे: जबलपुर स्थित मुख्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम डाक टिकट हुई जारी
ट्रेनिंग और मैनपॉवर का है बड़ा केंद्र लंबी लड़ाईया में बड़ी भूमिका
भारतीय सेना के मध्य भारत एरिया मुख्यालय जबलपुर के 200 साल पूरे होने के मौके पर एक डाक टिकट जारी किया गया है। जो जबलपुर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जारी किया गया। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल पी यस शेखावत जनरल अफसर कमांडिंग मध्य भारत एरिया द्वारा मीडिया से चर्चा करते हुए मध्य भारत एरिया की लोकेशन और देश की सुरक्षा में उसकी उपयोगिता पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि मध्य भारत एरिया की स्थापना 1884 में हुई थी और जिसके 200 साल पूरे हो गए हैं। यह एरिया सप्लाई और लॉजिस्टिक सपोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । जिसके अंतर्गत मध्य भारत के छह राज्य आते हैं। जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश संपूर्ण मध्य प्रदेश झारखंड बिहार छत्तीसगढ़ और उड़ीसा राज्य शामिल है । जिनमें 17 फैक्ट्रियां ऑर्डनेंस डिपो और वर्कशॉप शामिल है, जो देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत द्वारा बताया गया कि मध्य भारत एरिया ट्रेनिंग और मैनपॉवर का बड़ा केंद्र है। यहां पर 11 ट्रेनिंग सेंटर है जहां पर अग्नि वीरों की ट्रेनिंग चल रही है, जो कुल अग्नि वीरों की ट्रेनिंग का 33% कार्य करता है। इसके अलावा संपूर्ण भारतीय सेना का 40% मैनपॉवर और स्ट्रक्चर मध्य भारत एरिया के अंतर्गत ही आता है। ऐसे में सप्लाई मेन पावर और ट्रेनिंग को लेकर यह सबसे बड़ा केंद्र है।
चर्चा के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत द्वारा बताया गया कि रूस यूक्रेन की लड़ाई पिछले 2 सालों से चल रही है । वही इजरायल भी मिडिल ईस्ट में लंबी लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे में मध्य भारत एरिया के पास जो वर्कशॉप डिपो और सप्लाई लाइन है वह लंबी लड़ाईया में महत्वपूर्ण साबित होगी। क्योंकि जब फ्रंट पर लड़ाई लंबी चलती है तो डिपो और उसकी सप्लाई सबसे महत्वपूर्ण हो जाती है। इसके अलावा उन्होंने 6 राज्यों की सरकारों और नागरिकों के साथ समन्वय पर भी अपनी बात रखी।