जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विवि में अब मार्कशीट लेने चक्कर नहीं लगाते विद्यार्थी, अधिकारियों की मेहनत रंग लाई

रजिस्टार ने कॉलेजों को पत्र लिखकर कहा मार्क शीट वितरण में कोताही न हो

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय और उसके कामकाज को लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है। मामला ही कुछ ऐसा है कि विद्यार्थी भी अब विवि अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए थक नहीं रहे हैं। दरअसल कुलसचिव डॉ. पुष्पराज बघेल और उनकी पूरी टीम ने ऐसा काम कर दिखाया है जिससे छात्रों ने राहत की सांस ली है। विवि की अधिकारियों की पूरी टीम ने दिन रात मेहनत कर मार्कशीट की पेंडेंसी को खत्म किया है। इस संबंध में रजिस्टार श्री बघेल ने महाविद्यालयों को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया कि मार्कशीट को लेकर किसी भी तरह की पेंडेंसी नहीं होना चाहिए कही कोई दिक्कत है तो विवि में संपर्क कर अपनी समस्याएं दूर सकते हैं।

सालों मार्कशीट के लिए भटकते थे
मालूम हो कि मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विवि वही है जहां विद्यार्थियों को कुछ साल पहले मार्कशीट को लेकर सालों भटकना पड़ता था। पूरे प्रदेश भर के विद्यार्थी रोजाना विवि पहुंचकर मार्कशीट प्राप्त करने के लिए अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काटते थे।

धरना-विरोध प्रदर्शन तक हुआ
सभी को मालूम है कि मार्कशीट प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को विभिन्न छात्र संगठनों के साथ मिलकर धरना-विरोध प्रदर्शन तक करना पड़ा। कई दफा तो छात्रों को पुलिस तक से लडऩा पड़ा है। इसी सब को देखकर विवि ने सबसे पहले मार्कशीट छात्रों को आसानी से उपलब्ध हो ऐसी व्यवस्था की।

अब कोई दिक्कत नहीं है मार्कशीट को लेकर
यशभारत से चर्चा करते हुए रजिस्टार डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि विवि से संबंधित कॉलेजों में मार्कशीट को लेकर किसी भी तरह की पेेंडेंसी नहीं है। इस बारे मेें एक पत्र भी जारी किया गया है जिसमें कॉलेजों से कहा गया है कि अगर मार्कशीट पेंडेंसी है तो उस बारे में अवगत कराए। संभवत: यह समस्या किसी कॉलेज में नहीं है और पुरानी से पुरानी मार्कशीट विद्यार्थियों को प्राप्त हो चुकी है।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button