जबलपुर मेडिकल सुपर स्पेशिलिटी का एक्सपायर केमीकल मामला, जांच के लिए दूसरी कमेटी पहुंची
पहली कमेटी की जांच का पता नहीं, खानापूर्ति में जुटे अधिकारी
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में एक्सपायर कैमीकल मामले में दूसरी टीम आज अस्पताल पहुंची और मामले की जांच शुरू की। इससे पहले एक अन्य कमेटी भी जांच कर चुकी है लेकिन उसका क्या परिणाम आया किसकी गलती निकली यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। दूसरी ओर पूरे मामले में लीपापोती मामले की बात सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
कर्मचारियों पर बनाया जाता है दबाव
मध्यप्रदेश शासन की मंशा है कि प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य के लिए दर-दर भटकना न पड़े. जिसके प्रदेश सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही है. जिससे मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें. शासन की इस मंशा को वहां पर पदस्थ अधिकारी पलीता लगाने में जुटे हुए हैं. मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में मशीनों में उपयोग की जाने वाली दवाइयां एक्सपायरी डेट की इस्तेमाल की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस्तेमाल करने वाले कर्मचारी वह खुद अपनी स्वेच्छा से इन दवाइयों को इस्तेमाल नहीं करते. इसके लिए अस्पताल में उच्च पदस्थ अधिकारी ही कर्मचारियों पर दबाव बनाकर जबरदस्ती उन्हें इस्तेमाल करवा रहे थे।
कमाई के लिए किया जा रहा है गोरखधंधा
मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी में विभाग के कुछ जिम्मेदार डॉक्टर इस गोरखधंधे को कमाई के चक्कर मे अंजाम दे रहे हैं. जानकर हैरानी होगी इस का विरोध करने वाले स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जाती है. कर्मचारियों को ऐसा करने के लिए टॉर्चर किया जा रहा है. कर्मचारियों ने बताया कि बायपास सर्जरी के दौरान ईटीओ मशीन में कॉटिज गैस उपयोग होता है. वह एक साल पुराना या उससे भी अधिक पुराना यूज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सुपर स्पेशियलिटी के जिम्मेदार अधिकारियों के इशारों में कीटाणु मारने के लिए उपयोग किया जाना वाला केमिकल भी एक्सपायरी यूज किया जा रहा है।
यशभारत ने प्रमुखता से उठाया था मामला
मेडिकल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्सायरी डेट का केमिकल इस्तेमाल किए जाने का मामला यशभारत ने प्रमुखता से उठाया था। यशभारत ने केमिकल घोटाला उजागर मेडिकल अस्पताल में चल रहे गोरखधंधा सबके सामने लाया था।