मटर की आवक कम होने से दाम आसमान पर, 80 से 90 रुपए किलो बिक रहा फुटकर में मटर, पिछले साल इन्हीं दिनों 5 से 10 रुपये किलो था मटर
जबलपुर यश भारत। दिसंबर का पहला सप्ताह चल रहा है और मटर की कीमत आसमान छू रही हैं । अमूमन इस दौरान मटर की कीमतें कम होना शुरू हो जाती थी और मटर एक आम आदमी के बजट में आ जाता था । लेकिन इस बार मटर 80 रुपये किलो से नीचे ही नहीं आ रहा है। जबकि पिछले साल इसी समय मटर 5 से 10 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। जिसका कारण है इस बार मटर की आवक कम होना। जिसके चलते मटर की कीमत लगातार ऊपर बनी हुई है । थोक में ही मटर 60 से लेकर 80 रुपये प्रति किलो तक किसानों से खरीदा जा रहा है। जिसके चलते फुटकर बाजार में आम जनता को मटर 80 से 90 रुपए प्रति किलो मिल रहा है।
यह है कारण
पिछले साल मटर की कीमत कम होने के कारण किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था, जिसके चलते इस बार किसानों ने मटर की फसल को बहुत कम क्षेत्र में लगाया है ।जिसके चलते आवक कम हुई है।
इस साल बरसात अधिक हुई है और मानसूनी सीजन के आखिरी दौर तक झमाझम बारिश होती रही जिसके चलते मटर की बोनी लेट हो गई थी और जब मटर की बुवाई लेट हुई है तो फिर उसकी फसल भी देरी से आ रही है जिसके चलते रेट ऊपर बने हुए हैं।
मटर के रेट ऊंचे होने का तीसरा कारण है फरवरी माह में अचानक तापमान बढ़ जाना और मटर का रोग ग्रसित हो जाना जिसके चलते किसानों ने मटर के लिए जो बीज लगाया हुआ था वह खराब हो गया और बाजार में जो बीज मिला वह 15 से 20 हजार प्रति क्विंटल तक था । महंगा बीच होने के कारण किसानों ने अधिक क्षेत्रफल में मटर की बोनी नहीं की है।
सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि लोकल के साथ-साथ बाहर की मंडियों में भी मटर की डिमांड बहुत ज्यादा है और अभी उत्तर प्रदेश से आने वाले मटर की तोड़ाई शुरू नहीं हुई है। जिसके चलते दक्षिण भारत के साथ-साथ उत्तर भारत में भी जबलपुर से मटर जा रहा है जिसके चलते मटर की कीमत अधिक है।