जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

कांग्रेस के हाथ से फिसली औरंगाबाद और बेगूसराय सीट, लालू और लेफ्ट ने दिया डबल झटका

Aurangabad and Begusarai seats slipped from Congress's hands, Lalu and Left gave double blow

बिहार में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में अब तक आधिकारिक रूप से सीट समझौते की घोषणा नहीं हुई है लेकिन इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और लेफ्ट पार्टियां लगातार अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रही है और उन्हें सिंबल भी देती जा रही है. बिहार कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर चुप्पी साध रखी है.

दरअसल चर्चा औरंगाबाद और बेगूसराय लोकसभा सीट को लेकर हो रही है जहां कांग्रेस अपने प्रत्याशी उतारना चाहती थी और सीट बंटवारे में इन दोनों सीटों पर उसकी दावेदारी थी लेकिन सीटों का बंटवारा अब तक नहीं हो पाने की वजह से इन दोनों सीटों पर आरजेडी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं.

लालू प्रसाद ने औरंगाबाद से अभय कुशवाहा को पार्टी का उम्मीदवार बनाकर सिंबल दे दिया है तो दूसरी तरफ बेगूसराय में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अवधेश राय को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी है.

सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी औरंगाबाद से पूर्व सांसद निखिल कुमार को उम्मीदवार बनाना चाह रही थी लेकिन उससे पहले ही लालू ने कांग्रेस के साथ बड़ा खेल करके अभय कुशवाहा को पार्टी का सिंबल दे दिया.

औरंगाबाद में पहले चरण में वोटिंग

बता दें कि बिहार के औरंगाबाद में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को ही वोटिंग होगी. वहीं दूसरी तरफ बेगूसराय सीट पर कांग्रेस अपने पार्टी के फायर ब्रांड नेता कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाना चाह रही थी और लगातार महागठबंधन के अन्य घटक दलों से उसकी बातचीत चल रही थी, लेकिन लालू प्रसाद के एकतरफा फैसला लेने से प्रभावित होकर शुक्रवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बेगूसराय से अवधेश राय की उम्मीदवारी की घोषणा कर दी और कांग्रेस खाली हाथ रह गई.

औरंगाबाद सीट हाथ से निकलने के बाद पार्टी के पूर्व सांसद निखिल कुमार ने आरजेडी पर हमला बोला है और कहा है कि कांग्रेस को तुरंत इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और लालू प्रसाद को एक तरफा फैसला करने से रोकना चाहिए. गौरतलब है, निखिल कुमार औरंगाबाद से पूर्व में सांसद रह चुके हैं और उन्होंने पार्टी आलाकमान से कहा है कि लालू को कांग्रेस की सीट के बारे में फैसला करने से रोका जाना चाहिए.

बेगूसराय में भी कांग्रेस को झटका

वहीं बेगूसराय में अवधेश राय की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद कांग्रेस को एक और झटका लगा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार थे. लेकिन अब वो कांग्रेस में है इसीलिए कांग्रेस उन्हें बेगूसराय से चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही थी. उससे पहले ही लेफ्ट पार्टी ने झटका दे दिया है.

अब ऐसे में बिहार महागठबंधन में कांग्रेस की लगातार हो रही अनदेखी से सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या कांग्रेस को 40 में से अब 8 या 9 सीट भी लड़ने को मिल पाएगा क्योंकि जिस तरीके से आरजेडी और लेफ्ट अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं उसे कांग्रेस सकते में आ गई है.

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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