अरुण शुक्ला स्मृति पत्रकारिता सम्मान व पुरस्कार, समारोह अरुणोदय 2025 का शानदार आयोजन : आज की पत्रकारिता में ठहराव जरूरी पत्रकार


जबलपुर, । पत्रकार श्री अरुण शुक्ला स्मृति पत्रकारिता सम्मान व पुरस्कार, श्रीमती माया शुक्ला स्मृति महिला पत्रकारिता पुरस्कार व श्रीमती सुशीला शुुक्ला स्मृति श्रेष्ठ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार समारोह अरुणोदय 2025 का आयोजन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पं.अरुण शुक्ला के जन्मदिन एवं निर्वाण तिथि 20 फरवरी को अपरान्ह 3.30 बजे अरुणोदय यशभारत कार्यालय परिसर शताब्दिपुरम उखरी में गरिमामय माहौल में भव्यता के साथ आयोजित किया गया। समारोह अरुणोदय 2024 में नगर के चुनिंदा पत्रकारों व श्रेष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शॉल श्रीफल, प्रतीक चिन्ह और सम्माननिधि से सम्मानित और पुरस्कृत किया गया।

भव्यता व गरिमामय माहौल में कार्यक्रम का शुभारंभ स्वास्तिवाचन के बीच अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।अतिथियों ने स्व. अरुण शुक्ला एव श्रीमती सुशीला शुक्ला के तैल चित्र पर भी माल्यार्पण कर उनको आदरांजलि दी।
समारोह के मुख्यअतिथि आशीष दुबे सांसद जबलपुर थे। जबकि अध्यक्षता जगत बहादुर सिंह अन्नू महापौर ने की विशिष्ट अतिथि के रुप में अनिल कुशवाह पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर ,दीपक सक्सेना कलेक्टर , एसपी लोकायुक्त संजय साहू, पीके मिश्रा कुलगुरू जेएनकेविवि ,रादुविवि कुलगुरु प्रो राजेश वर्मा , लोकेश लिलहारे कमिश्नर जीएसटी सेंट्रल एक्साइज , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा मोजूद रहे। अतिथियों ने कहा कि खोज परक समाचार निकाल कर उसे निर्भीकता के साथ पाठकों तक पहुंचना ही असल में पत्रकारिता है। उन्होंने कहा कि आशीष शुक्ला जैसे बेटा आज की जरूरत है। जिन्होंने अपने माता -पिता को याद को इस स्मृति शेष आयोजन से संजोये रखा। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में ठहराव जरूरी है।
डायरेक्टरी अरुणोदय 2025 का विमोचन
अतिथियों ने समारोह के समापन पर यशभारत की टेलीफोन डायरेक्टरी अरुणोदय 2025 का विमोचन किया। इस मौके पर सम्मानीय अतिथियों को स्मृति चिन्ह आयोजन समिति के सदस्यों के द्वारा भेंट किया।
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यशभारत एप का किया शुभारंभ
इस मौके पर यशभारत के एप का शुभारंभ आर्किटेक्ट अनुराग श्रीखंडेऔर उनकी टीम ने किया। जिसमें आप एप डाउनलोड कर 24 घंटे खबर देख सकते हैं।
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ये हुए सम्मानित व पुरस्कृत
श्री अरुण शुक्ल स्मृति वरिष्ठ पत्रकारिता सम्मान
डॉ विनोद पुरोहित -स्वतंत्र पत्रकार
पत्रकारिता पुरस्कार
अबीशंकर नगाईच-पत्रिका, अनूप जैन दैनिक भास्कर , अभिषेक तिवारी -नई दुनिया,हर्षित चौरसिया पीपुल्स , अङ्क्षकत उपाध्याय प्रदेश टुडे और इलेक्ट्रानिक मीडिया से कुमार इंदर न्यूज 24 को दिया गया। जबकि श्रीमती माया देवी श्रेष्ठ महिला पत्रकारिता पुरस्कार शिवांजलि वर्मा हितवाद को प्रदान किया गया
श्रीमती सुशीला शुक्ला स्मृति में सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
-श्रीमती माया कश्यप और रंजना खरे को शॉल श्रीफल, प्रतीक चिन्ह और सम्माननिधि से सम्मानित और पुरस्कृत किया गया ।
अतिथियों का स्वागत आशीष शुक्ला, अखिलेश शुक्ल,पर्व जायसवाल,राजुल करसोलिया अवधेश कटारे,अभिषेक शुक्ला-, अजेय शुक्ला,अर्पित शुक्ला, अंकित शुक्ला, अस्तित्व शुक्ला ने किया।
आशीष ने पत्रकारों को एक नई पीढ़ी का दिशा प्रदान कर: तन्खा
राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने भी अपने वर्चुअल उदबोधन में आशीष शुक्ला की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कि जबलपुर के पत्रकार निष्पक्ष रुप से निर्भीकता के साथ पत्रकारिता कर रहे हैं। पिछले कई सालों से अपने पिता की स्मृति में आशीष ने ऐसे पत्रकारों का सम्मान कर एक नई पीढ़ी का दिशा प्रदान की है। उनका पत्रकारिता पुरस्कार निष्पक्ष रहता है ।
यह आयोजन अब समाज के हर वर्ग का
आशीष शुक्ला ने स्वागत भाषण में कहा कि पत्रकार सही दिशा में सही खबर पहुंचा रहा। 1996 में बहुत कम लोगों को लेकर यह पुरस्कार सम्मान समारोह शुरू किया था। आज कार्यक्रम 30 वां वर्ष हुआ। यह समारोह हमेशा चलता रहे ऐसी कोशिश रहेगी । यह आयोजन अब सिर्फ शुक्ला परिवार का आयोजन नहीं रह गया बल्कि समाज के हर वर्ग का है। ऐसा कार्यक्रम हमने कहीं नहीं देखा था जिसमेें खुलकर पत्रकारों की हौसला अफजाई की जाती हो। एक 3 घण्टे की मशक्कत के बाद चयन समिति ने नाम तय किये।
अरुण को उदय होने से कोई नहीं रोक सकता : आशीष दुबे सांसद
आज हमें सम्मान करने का सौभाग्य मिला। जैसा नाम है अरुणोदय, अरुण को उदय होने से कोई रोक नहीं सकता, लेकिन श्री आशीष शुक्ला ने जो सम्मान कार्यक्रम का बीडा उठाया है, वो भी अपने माता पिता के याद में मैं मानता हूं की सपूत का यही कर्तव्य होता है। श्री अरुण शुक्ला जी के बारे में जब में सुनता हूं, क्योंकि उस समय अभाव में पत्रकारिता होती थी, ऐसे दौर में खबर निकालना और उसे अखबार मेंं प्रकाशित कर लोगों के सामने ले जाने की अद्भुत क्षमता अद्तिीय थी। यह सारी चीजे यदि आज की पत्रकारिता में देखें तो वो उनके पुत्र आशीष शुक्ला में हमें दिखाई देती हैं। वे उस परंपरा का निर्वाहन कर रहे हैं।
बन के एक हादसा बाजार में आ जाएगा….जगतबहादुर सिंह अन्नू, महापौर जबलपुर
बन के एक हादसा बाजार में आ जाएगा जो हुआ नहीं है वह अखबार मे ंआ जाएगा….ऐसा होता है । हम लोग ग्राहक बन गए है हमें दोबारा से पाठक बना लीजिए। विज्ञप्ति वीरता खत्म करिए। यह शहर पंडित अरुण शुक्ला जी के नाम से भी जाना जाता है, वो अब हमारी रगों में वह खून नहीं है, उस समय के नेता, पत्रकार होते थे उनकी रगों में अलग खून था, यदि हम सब का प्रयास होगा और हर सप्ताह यदि बैठक होगी तो सोशल मीडिया में भटकाओं के दौर को रोक सकते हैं।
आज की पत्रकारिता चुनौतीपूर्ण : कलेक्टर दीपक सक्सेना
वास्तव में पत्रकारिता जो लोग करते है वो संभवत: पैसे के लिए तो नहीं करते। वो तो उस काम के लिए करते है जो आज यहां हो रहा है। वे समर्पण के लिए करते है, प्रतिष्ठा के लिए करते है। जो सम्मान के रुप में उनको यहां मिल रहा है। आज की तारीख में सबसे चुनौतीपूण कार्य पत्रकारिता है। यह उतना आसान काम नहीं है। किसी भी घटना क ो समझकर उसका विश£ेषण करते देखता हूं तो अचरज होता है। निश्चित तौर पर बहुत कठिन है।
सोशल पीडिया आज आपको हीरो, कल जीरो बना सकते है : आई जी कुशवाहा
सभी को बधाई दूंगा जिन्हें यह पुरुष्कार प्राप्त हुआ। हम चौथे स्तंभ को अपना आइना भी मानते है। पत्रकार कोई जानकारी पूछें तो उनको अवश्य बताओ, ताकि वह भटककर कुछ और ना लिख दें, अभी तो टीआरपी का दौर चल रहा है इस दौर में आधी अधूरी खबरे प्रकाशित होती है। सोशल पीडिया आज आपको हीरो, कल जीरो बना सकती है। पत्रकार किसी कि छवि खराब करने से बचें।
ये रही चयन समिति
श्रेष्ठ पत्रकारों का चयन शहर के प्रतिष्ठित संपादकों की चयन समिति जिनमें हिन्दी एक्सप्रेस के संपादक रविन्द्र वाजपेयी, दैनिक भास्कर के समाचार संपादक पंकज शुक्ला, पत्रिका के संपादक गोविन्द ठाकरे, जयलोक के सच्चिदानंद शेकटकर, नई दुनिया के राम$कृष्ण परमहंस पांडे ,प्रदेश टुडे के पवन पांडे,यशभारत के प्रवीण अग्रहरि ने किया।
इस तरह का आयोजन हमेशा जारी रहना चाहिए
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पत्रकार को हमेशा मध्यममार्गीं बनकर अपने कार्य को अंजाम देना चाहिए और यह रास्ता अपनाकर ही समाचार लिखना चाहिए। उन्होंने पुरस्कार पाने वाले समस्त पत्रकारों को जहां बधाई और शुभकामनाएं दी तो वही उन पत्रकारों का भी हौसला बढ़ाया जिन्हें फिलहाल पुरस्कार नहीं मिला उन्होंने कहा कि ईमानदार कोशिश करते रहिए एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब आपको भी इसी मंच से पुरस्कृत किया जाएगा। अपनी उद्बोधन के दौरान उन्होंने अनेक गीतों का सहारा लेकर अपनी बात कहते हुए उपस्थित जनों की वाहवाही लूटी एवं इस सफल आयोजन के लिए यश भारत के संस्थापक आशीष शुक्ला को भी बधाई दी और कहा कि इस तरह का आयोजन हमेशा जारी रहना चाहिए।
पत्रकारिता में भी बहुत परिवर्तन आए
जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर पीके मिश्रा ने कहा कि 30 वर्ष से तो श्री आशीष लगातार इस प्रक्रिया को जारी रखे हैं पत्रकारों की लगातार निरंतर सम्मान करना और उनका उत्साहवर्धन किया जा रहा है। पत्रकारिता में भी बहुत परिवर्तन आए पहले आप देखिए कि कुछ गिने चुने तीन चार समाचार पत्र थे उसमें से भी किसी एक योग्य समाचार पत्र है उसका बा वर्चस्व रहता था। आज जबलपुर में 50 60 से ज्यादा पेपर निकाल रहे हैं उतने ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चौनल है चाहे वह यूट्यूब पर हो और ऐप पर हो । इसमें लगातार समय काल में बहुत वृद्धि हुई है इससे जागरूकता भी आई है और पत्रकारों के माध्यम से बहुत सी ऐसी जानकारियां और सुझाव भी पत्र उसे समाचार पत्र के माध्यम से या मीडिया के माध्यम से दी जाती है कि अगर कहीं पर कोई कमी है तो उसको कैसे सुधारा जाए और कहीं कोई कमी हो रही है तो उसको इंगित किया जाए उनका ब?ा दायित्व होता है पूरे समाज को ऐसे मार्गदर्शन देने के लिए दिशा देने के लिए जिसका निरंतर श्री आशीष शुक्ला का परिवार इस कार्य को करता चला रहा है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश वर्मा ने कहा कि सभी पत्रकार बंधु और यश भारत के आशीष शुक्ला जी पिछली बार 20 फरवरी जब मैं दिसंबर में ज्वाइन किया और पिछले कार्यक्रम का में साक्षी रहा हूं और आज भी 20 फरवरी को वापस आयोजन है और जैसा सुना 20 साल से लगातार चल रहा है कई जगह 24 साल एक निश्चित तारीख तक कार्यक्रम के बाद एक कार्यक्रम इस तारीख पर इस विषय पर इस विषयों को लेते हुए आगे बढ़ाना कई बार बड़ा मुश्किल हो जाता है। आशीष शुक्ला जी ने परिवार के लोगों को आगे रखते हुए पुष्पांजलि अर्पित करते हुए इस तारीख में इतने सारे लोगों को बुलाना आयोजन करना और सम्मानित करना और खासतौर से बात यह है कि अपनी ही फील्ड के विशेषज्ञ को सम्मानित करना जबकि कई बार ऐसा होता है कई लोगों को लगता है की इसमें जहां हैं हम एक अलग विशेषज्ञ भूमिका में है और बाकी हमारे बराबर नहीं हो सकते अलग हो सकते तो यह बहुत बड़ा काम है । कुलपति ने यशभारत सोशल मीडिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि विवि में कोई भी कार्यक्रम होता है उसके कुछ देर बाद यशभारत द्वारा खबर बनाकर भेज दी जाती है।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में मीडिया जगत के विशिष्ट जनों के साथ ही बड़ी संख्या में प्रेस कर्मी जनप्रतिनिधि राजनैतिक, सामाजिक और व्यवसायिक संगठनों के लोग मौजूद रहे। सतेन्द्र जैन जुग्गू, विधायक अभिलाष पांडे , पूर्व महापौर प्रभात साहू, भाजपा नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर , ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटैल, सतीश उपाध्याय, डॉ पुष्पराज पटैल,डॉ मयंक चंसौरिया डॉ सुबोध दरबारी, राजीव बड़ेरिया,मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. पुष्पराज बघेल, परीक्षा नियंत्रक डा सचिन कुचिया, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, जिला परियोजना समन्वयक योगेश् शर्मा, मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग के कर्मचारी संघ के संयोजक पंडित योगेन्द्र दुबे, ब्रामहण मंंच के रत्नेश मिश्रा, दिनेश् मिश्रा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा, जबलपुर चेम्बर के हिमांशू खरे, युवा मोर्चा के ओम दुबे, उद्योगपति अजीत समदडिया, समाजसेवी शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, पार्षद विमल राय, भाजपा नेता मनीष अग्रहरि, ताहिर अली, मनोज नामदेव, रंजीत ठाकुर, अयोध्या तिवारी, संतोष दुबे पंडा, नितिन भाटिया आदि मौजूद रहे।
ये रही चयन समिति
श्रेष्ठ पत्रकारों का चयन शहर के प्रतिष्ठित संपादकों की चयन समिति जिनमें हिन्दी एक्सप्रेस के संपादक रविन्द्र वाजपेयी, दैनिक भास्कर के समाचार संपादक पंकज शुक्ला, पत्रिका के संपादकराजेन्द्र गहरवार, जयलोक के सच्चिदानंद शेकटकर, नई दुनिया के उज्ज्वल शुक्ला ,प्रदेश टुडे के पवन पांडे,यशभारत के प्रवीण अग्रहरि ने किया।
आभार प्रदर्शन
आशीष शुक्ला ने अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि आप लोगों की गरिमामय उपस्थिति सभी पत्रकारों में एक नयी ऊर्जा का संचार कर गयी। उन्होंने उपस्थित जनों का भी आभार जताया कि जिन्होंने इस आयोजन में आकर हमें संबल प्रदान किया।
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आयोजन समिति में शरद जैन पूर्वमंत्री, अवधेश कटारे, उदयभान सिंह,पर्वजायसवाल,आदित्य पंडित, अखिलेश शुक्ला, आशीष शुक्ला, अभिषेक शुक्ला, अजेय शुक्ला, सौरभ शुक्ला, अर्पित शुक्ला, अंकित शुक्ला, रुझान, प्रखर,मोनिका, साक्षी, अस्तित्व, अर्थ, सांझ ,यशिका ईशानी शामिल रहे।