डीईओ आॅफिस का अनुकंपा नियुक्ति मामला: प्रयोग शाला शिक्षक बनाए गए दो अभ्यार्थियों को बनाया गया प्यून
डीईओ ने शासन के नियमानुसार ही अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी, गलतियां सबसे होती हैं
जबलपुर, यशभारत। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय जबलपुर में अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने सहायक प्रयोग शाला शिक्षक बनाए गए शिक्षकों के आदेश निरस्त कर दिए हैं। अब अनुकंपा नियुक्ति आश्रितों को प्यून बनना होगा। इधर एक आश्रित ने प्यून बनने से इंकार कर दिया जबकि दूसरे आश्रित ने लिखित में सहमति देते हुए प्यून बनना स्वीकार किया है।
मालूम हो कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बीते कुछ माह पूर्व अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों के तहत दो प्रकरणों में गलतियां कर प्यून की योग्यता रखने वाले आवेदकों को प्रयोग शाला शिक्षक बना दिया गया था। अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण देख रहे बाबुओं से हुई गलती उस वक्त उजागर हुई जब मामला मीडिया में आया। हैरानी तो इस बात पर है कि पूरे 5 माह तक प्यून की योग्यता रखने वाले सहायक शिक्षक विज्ञान का वेतन लेते रहे। उस वक्त विभाग को अपनी गलती नजर आई। अब जब गलती पकड़ी गई तो संबंधित आवेदकों की अनुकंपा नियुक्ति के आदेश निरस्त किए गए।
सही दिया गया वेतन कहीं गड़बड़ी नहीं हुई
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि दोनों आवेदकों को सही वेतन दिया गया है। इसमें कही कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। जिस पद के लिए उनकी नियुक्ति हुई तो उसमें दोनों ने काम किया है इसलिए वेतन सही दिया गया है। रही अनुकंपा नियुक्ति में त्रुटि की तो ये सबसे होता है, गलती होने के बाद उसे सुधार लिया गया है। जो नियम थे उसी के तहत अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
एक ने सहमति दी है दूसरा को मौका दिया गया
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि त्रुटिवश अगर कोई आदेश जारी हुआ तो उसका गलत फायदा उठाया जा रहा है। एक अभ्यार्थी ने सहमति दे दी है जबकि एक आवेदक को मौका दिया गया है। सहायक ग्रेड-3 और भृत्य के पदों पर दोनों की अनुकंपा नियुक्ति मिल सकती है।