महाराष्ट्र शिक्षण मंडल शताब्दी समारोह,
मंत्री राकेश सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री की उपस्थिति में शुभारंभ

महाराष्ट्र शिक्षण मंडल शताब्दी समारोह,
मंत्री राकेश सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री की उपस्थिति में शुभारंभ
जबलपुर, यश भारत। महाराष्ट्र शिक्षण मंडल के शताब्दी वर्ष समारोह का भव्य शुभारंभ आज एमएलबी ग्राउंड में हुआ। इस ऐतिहासिक मौके पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री ने विशेष रूप से शिरकत की। कार्यक्रम में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक एकता को रेखांकित करते हुए मंत्री राकेश सिंह ने इस संस्थान के 100 वर्षों के गौरवशाली इतिहास की सराहना की।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने दी बधाई और कहा
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा, मुझे अत्यंत गर्व हो रहा है कि 100 वर्ष पहले महाराष्ट्र के मराठी लोगों ने इस स्कूल की स्थापना की। यह संस्थान बीते 100 वर्षों से शिक्षा का पवित्र कार्य कर रहा है। यह जबलपुर और महाराष्ट्र दोनों के लिए गौरव का विषय है। मैंने यहां आकर मराठी समाज से मुलाकात की और पाया कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की संस्कृतियां और परंपराएं एक जैसी हैं। मां नर्मदा के आशीर्वाद से दोनों राज्य प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने जबलपुर से पुणे के बीच एयरलाइंस सेवा शुरू करने की दिशा में प्रयास करने की बात कही।
महाराष्ट्र शिक्षण मंडल का गौरवशाली सफर
महाराष्ट्र शिक्षण मंडल के अध्यक्ष डॉक्टर जयंत सिंह ने शताब्दी समारोह पर संस्थान की प्रगति यात्रा का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि, यह संस्थान 99 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ रहा है। 1930 में महाराष्ट्र विद्यालय का भवन बनकर तैयार हुआ और 1936 में यहां से पहला 11वीं का बैच पास हुआ। समय के साथ बढ़ती मांग को देखते हुए हिंदी माध्यम और फिर इंग्लिश माध्यम की शुरुआत की गई। उन्होंने यह भी बताया कि हिंदी माध्यम की फीस 4,000 से 5,000 रुपये है, जबकि इंग्लिश माध्यम की फीस 25,000 से 30,000 रुपये है, जिससे मध्यम वर्ग के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है।
संस्थान के अध्यक्ष ने बताया कि इंग्लिश मीडियम स्कूल के छात्रों का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। महाकौशल उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र समीर पटेल ने राज्य में सातवीं मेरिट और जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्था का नाम रोशन किया।
अध्यक्ष ने व्यक्त किया आभार
डॉ. जयंत सिंह ने इस समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री और लोक निर्माण मंत्री की उपस्थिति को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा, हम उनके आभारी हैं कि उन्होंने पुणे से आकर इस ऐतिहासिक मौके पर हमारी हौसला-अफजाई की।यह समारोह शिक्षा और संस्कृतियों के संगम का प्रतीक रहा। महाराष्ट्र शिक्षण मंडल ने न केवल जबलपुर में बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम की है।