JABALPUR NEWS: चायना का लहसुनः जबलपुर नहीं मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में भी सप्लाई हुआ
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग के अधिकारी जांच में जुटे, परंतु हाथ कुछ नहीं लगा
जबलपुर, यशभारत। 5 दिन पहले कृषि उपज मंडी में पकड़े गए चायना लहसुन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। यह लहसुन जबलपुर में नहीं मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में भी सप्लाई हुआ है। यह खुद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों ने माना है। अधिकारियों का कहना है कि बार्डर से कैसे लहसुन देश की सीमा तक पहंुचा यह जांच का विषय है। अधिकारियों के इस बयान के बाद तय हो गया है कि चायना लहसुन का व्यापार आज से नहीं काफी समय से किया जा रहा है और जबलपुर में खुलासे के बाद इसका व्यापार करने वाले व्यापारी मामले को दबाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि 5 दिन पहले बड़ी मात्रा में चायना लहसुन खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों ने पकड़ा था परंतु आज तक जांच आगे नहीं बढ़ी है।
मालूम हो कि बीती शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग द्वारा कृषि उपज मंडी की पांच दुकानों में छापा मारा गया, जहां से लगभग 2 क्विंटल प्रतिबंधित चीनी लहसुन जप्त की गई है ।जो लहसुन विभाग के द्वारा पकड़ी गई है वह 2014 से ही भारत में बिक्री और उपयोग के लिए प्रतिबंधित है। इसके सेवन से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है क्योंकि इसमें कीटनाशक और सिंथेटिक वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है ।लेकिन मुनाफे के चक्कर में जबलपुर के व्यापारी आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कार्रवाई के दौरान मंडी में हड़कंप की स्थिति बनी रही। खाद्य विभाग की कार्रवाई में जो लहसुन जप्त की गई है वह थोक और फुटकर व्यापारियों से जप्त की गई है।
नोटिस जारी किया पर जवाब नहीं मिला
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग ने चायना लहसुन का व्यापार करने वाले 5 दुकानदारों को नोटिस जारी किया है परंतु व्यापारियों ने आज तक जवाब नहीं दिया है। उस लहसुन को कहां से बुलवाया गया है, इसको लेकर कोई भी दस्तावेज नहीं मिले हैं। व्यापारियों द्वारा सिर्फ कांटेक्ट नंबर दिए गए हैं। जिसके आधार पर उक्त लहसुन बुलवाई गई थी। ऐसे में सवाल तो यह भी उठना है कि लहसुन मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री नहीं है ऐसे में बिना बिल के लहसुन बुलवाई गई है तो फिर मंडी प्रशासन क्या कर रहा था।
बड़ा रैकेट का हो सकता है खुलासा
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसंस्करण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अगर इस मामले में गंभीरता से जांच कर लें तो एक बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। सबसे जरूरी बात ये है कि चायना लहसुन का व्यापार काफी समय से जबलपुर में हो रहा था इसकी भनक मंडी प्रबंधन को क्यों नहीं लगी। इससे प्रतीत होता है कि मंडी के अधिकारियों की मिलीभगत से चायना लहसुन का व्यापार हो रहा था।