शनिवार की शाम करीब साढ़े सात बजे गांव छेरत में मिट्टी खोदते समय गड्ढा धंस गया। इस गड्ढे की मिट्टी में दबकर दो बच्चों की मौत हो गई। एक बच्ची और दो महिलाएं घायल हुईं हैं। उन्हें छेरत के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है।
गांव में अनुसूचित जाति की बस्ती के किनारे ही अलीगढ़ निवासी एक व्यक्ति के दो प्लॉट हैं। एक में उन्होंने मकान बना लिया है, दूसरा खाली पड़ा है। खाली प्लॉट में एक गड्ढा है। इसमें कच्चे घरों की पुताई करने वाली मिट्टी निकलती है। बताते हैं कि शनिवार की शाम गांव निवासी रामू की पत्नी क्रांति देवी अपने पुत्र ऋतिक (10), ब्रह्मदेव की पत्नी मछला अपनी बेटी शिवानी और पिंटू की बेटी प्रियंका (10) को साथ लेकर उक्त प्लॉट के गड्ढे से पुताई वाली मिट्टी लाने गईं थीं।
बताते हैं कि ऋतिक और प्रियंका नीचे की ओर गड्ढे में उतरकर मिट्टी खोद रहे थे। अचानक से मिट्टी धसक गई। इससे पांचों गड्ढे में नीचे चले गए और मिट्टी में दब गए। ऋतिक और प्रियंका सबसे नीचे थे। गड्ढा धंसते ही महिलाओं की चीख निकली तो परिजन सहित ग्रामीण दौड़कर पहुंचे और मिट्टी हटाकर सभी को बाहर निकाला। सभी को तत्काल छेरत के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने ऋतिक और प्रियंका को मृत घोषित कर दिया। अन्य का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दिन में प्लॉट मालिक नहीं निकालने देता था मिट्टी
जवां। बताते हैं कि दिन में प्लॉट मालिक मिट्टी नहीं निकालने देता था। महिलाएं शाम के समय चोरी-छिपे गड्ढा खोदकर मिट्टी ले आती थीं। शनिवार की शाम भी दो महिलाओं ने ऐसा ही किया। वह अपने साथ तीन बच्चों को भी ले गईं। हमेशा की तरह महिलाएं गड्ढे में घुसकर मिट्टी की खुदाई करने लगीं। बच्चे भी उनकी मदद कर रहे थे तभी अचानक मिट्टी धसक गई और सभी इसमें दब गए। सूचना पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।