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संक्रमण को रोकने में मदद करेगी डिऑक्सी-डी-ग्लूकोज

डीजीसीआई की मंजूरी, डीआरडीओ की एक प्रयोगशाला में तैयार की गई नई दवा

जबलपुर। जबलपुर में हर दिन बढ़ते संक्रमण के बीच आज एक अच्छी खबर आई है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप से लडऩे के लिए डीजीसीआई ने एक और दवा को मंजूरी दे दी है। डीआरडीओ की एक प्रयोगशाला इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेस ने डॉक्टर रेड्डी लैब्स के साथ मिलकर कोरोना की एक ओरल दवा बनाई है। इस दवा के उपयोग से कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही लड़ाई में काफी हद तक सफलता मिलेगी। विदित हो कि जबलपुर में कोरोना संक्रमण हर दिन बढ़ रहा है। कल भी 946 पॉजीटिव केस मिले थे। संक्रमण की रोकथाम के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे है। इस सबके बीच डीजीसीआई ने एक ओर दवा को मंजूरी दे दी है।

जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप से लडऩे के लिए डिऑक्सी-डी-ग्लूकोज नाम की इस दवा को भारत में आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है। दवा के क्लिनिकल नतीजों के अनुसर यह दवा अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद करती है, इसके साथ ही इससे मरीजों की ऑक्सीजन की जरूरत को भी कम करती है। यह बात भी निकलकर सामने आई है कि इस दवा को लेने वाले मरीजों की रिपोर्ट आरटी-पीसीआर टेस्ट में निगेटिव आई है। ऐसे में महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे जबलपुर के लोगों के लिए यह दवाई काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

अपै्रल में शुरू किया गया था क्लिनिकल ट्रायल
बताया जाता है कि अप्रैल 2020 में कोविड-19 की इस दवा का प्रयोग शुरू किया गया था, इसके शुरुआती नतीजे काफी अच्छे रहे थे, जिसके बाद मई में इसके क्लिनिकल ट्रायल शुरू हुए थे, जो कि अक्टूबर में 2020 में पूरे हुए थे। तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में लोगों को इस दवा की डोज दी गई थी, जिसके काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले। डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का कहना है कि ये दवा जल्द से जल्द बाजार में कोविड मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध होने लगेगी।

बजाज ने तैयार की थी ये दवा
इससे पहले दवा कंपनी बजाज हेल्थकेयर ने कहा था कि उसने कोरोना संक्रमण के उपचार में काम आने वाली वायरल रोधी दवा फेविपिराविर तैयार कर ली है, हालांकि इस दवा का प्रयोग केवल कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षणों के लिए ही किया जा सकेगा और यह फेविजाज नाम से बाजार में आएगी। कंपनी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में कहा कि देश में इस दवा के निर्माण और विपणन के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डीसीजीआई से मंजूरी मिल गई है। बजाज हेल्थकेयर के संयुक्त प्रबंध निदेशक अनील जैन ने कहा कि ष्हम उम्मीद करते है कि फेविजाज जैसी एक प्रभावी दवा उपचार के मौजूदा दबाव को कम करेगी और कोरोना संक्रमित लोगों को आवश्यक और सही समय पर चिकित्सा विकल्प प्रदान करेगी। कंपनी ने कहा कि उसने आवश्यक सक्रिय दवा सामग्री एपीआई और फेविपिराविर के लिए सही सूत्रीकरण से खुद की अनुसंधान और विकास टीम के जरिए इस दवा को सफलतापूर्वक विकसित किया है।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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