मेडिकल नर्सों का आज अनूठा प्रदर्शन, सुबह किया सदबुद्धि यज्ञ, पतंग में मांगे लिख कर हवा में छोड़ा
10 सूत्रीय मांगों को लेकर कर रही प्रदर्शन, सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक कामकाज से रहीं विरत
जबलपुर, यशभारत। . मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज में दस सूत्रीय मांगों को लेकर क्रमिक अनशन कर रही नर्सों ने आज से एक शिफ्ट में काम नहीं करने का निर्णय लिया । नर्स एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि अब वह 15 जून को सुबह 7 से दोपहर मतलब एक शिफ्ट में काम नहीं करेगी। इसके साथ ही मप्र सरकार को जगाने और अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए नर्सेस ने आज अनूठा प्रदर्शन भी किया और सुबह धरना स्थल पर सरकार को सदबुद्धि देने के लिए जहां यज्ञ पर हवन में आहूतियां अर्पित की वहीं पतंग में अपनी मांगों को लिखकर उड़ा और हवा में छोड़ दिया ताकि भगवान सरकार को सदबुद्धि दे और वह नर्सों की जायज मांगों पर गंभीरता से विचार करें।
इस दौरान उन्होंने कोविड वार्डों, आईसीयू और लेबर वार्ड को छोडक़र सभी वार्डों में अपने को एक शिफ्ट के लिए काम से विरत रखा। जबलपुर एसोसिएशन की अध्यक्ष हर्षा सोलंकी के मुताबिक 14 जून सोमवार से नर्सिंग स्टाफ ने धरना शुरू कर दिया था अब 15 जून से धरने के दौरान सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक कामकाज भी बंद रखा है। प्रदर्शन में कौशल्या सिंह, अंजू चैटर्जी, रोजमेरी जॉन, शारदा खिलवानी, शीला सेडरिक सहित कई अन्य शामिल हैं। नर्सों की इस हड़ताल के कारण आज मेडिकल में मरीजों को सामान्य वार्डों में खासी दिक्कतें आईं।
नर्सों की ये है मांग
अन्य राज्यों की तरह नर्सिंग स्टाफ को उच्च स्तरीय वेतनमान दिया जाए। 2004 के बाद नियुक्त नर्सों को पुरानी पेंशन दी जाए कोविड ड्यूटी में जान गंवाने वाली नर्सों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। प्रदेश में कार्यरत समस्त नर्सों को दो वेतन वृद्धि दी जाए। आदर्श भर्ती नियमों ने संशोधन कर प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानांतरण ा्रक्रिया शुरू की जाए। कार्यरत नर्सों को उच्च शिक्षा हेतु आयु बंधन हटाकर मेल नर्स की तरह समान अवसर दिया जाए। कोरोना संक्रमण काल में अस्थाई रूप से भर्ती की गई नर्सेस को नियमित किया जाए। एक ही विभाग में समान कार्य के लिए नर्सों को एक समान वेतनमान दिया जाए। पदोन्नति का लाभ देते हुए नर्सों का पदनाम परिवर्तित किया जाए। मेल नर्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।
इन्होने भी की वेतन की मांग-
दूसरी ओर वेतन की मांग को लेकर आज आशा, उषा कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने सीएमएचओ आफिस का घेराव कर प्रदर्शन किया, उन्होने चेतावनी दी है कि नियमित करने में सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया तो वे भी काम बंद कर देगी, पांच सौ से अधिक महिलाओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए थे. ओमती सीएसपी अशोक तिवारी ने आशा व उषा कार्यकर्ताओं से चर्चा करते हुए आश्वासन दिया कि उनकी बात को अधिकारिक स्तर पर पहुंचाया जाएगा, इसके बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया.