प्रदेश की लापरवाही वाली एमयू यूनिवर्सिटी: बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसन सर्जरी की परीक्षा कराना भूले अधिकारी
अप्रैल में होनी थी परीक्षा, सितंबर बीतने को नहीं बना विवि का एकेडमिक कैलेण्डर
जबलपुर, यशभारत। मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय एक बार फिर अपनी लापरवाही को लेकर पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रहा है। इस बार बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसन सर्जरी की परीक्षा तय समय निकल जाने के बाद भी न कराने को लेकर विवि की व्यवस्थाओं को फिर से कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। परीक्षा नहीं होने से करीब 4 हजार विद्यार्थी प्री पीजी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा। हैरानी की बात तो यह है कि एमयू के अधिकारियों ने अभी तक एकेडमिक कैलेण्डर ही नहीं बनाया है जिसकी वजह से परीक्षा कार्य प्रभावित हो रहा है।
दरअसल मामला बीएएम प्रदेश के हजारों छात्रों की जिंदगी से जुड़ा हुआ है प्रदेश सहित अन्य प्रदेश के छात्र। मैडिकल विश्वविधालय से संबंधित कालेज में प्रवेश लेते समय यह सोचते है की 5 साल बाद उन्हें डिग्री मिल जायेगी और वह नौकरी रोजगार एवं मास्टर डिग्री मे प्रवेश के किए पात्र हो जायेगे। मगर मेडिकल यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली को देख कर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। विद्यार्थी सोच रहे हैं इस यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेकर कहां फंस गए। वर्तमान में बीएएम सत्र 2017-2018 में प्रवेशित छात्रो का है जिन्हे अपने साल बर्बाद होने का खतरा मंडरा रहा है। छात्रों ने नवंबर 2017में प्रवेश लिया था। साढ़े चार की अवधि वाले कोर्स का समय मई 2022में पूर्ण हो गया इस अवधि में छात्रों का परिणाम भी घोषित हो जाना था जिससे छात्रों को वर्ष 2023में होने वाली ( प्री पी जी)की परीक्षा के लिए पात्र हो जाते क्योंकि 31दिसम्बर के पूर्व परिणाम मे उत्तीर्ण छात्र ही प्री पी जी के लिए पात्र होते है।
विवि हालातों को लेकर विद्यार्थियों में डर
मगर वर्तमान विवि के हालातो को देख कर प्रदेश के छात्रों के मन में डर व्याप्त है की विश्वविधालय के लापरवाह अधिकारियों की गलती का खामियाजा छात्रों को 1 साल बर्बाद होना भुगतना पड़ेगा क्योंकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने दबाव में टाइम टेबल तो निकल दिया और 1नवंबर से परीक्षा को करने का आश्वासन दे दिया मगर ना तो परीक्षा फार्म की तिथि न ही प्रैक्टिकल की तिथि घोषित की।
आज तक नही बन पाया एकेडमिक कैलेंडर
विश्वविधालय के जिम्मेदार अधिकारी आज दिनाक तक विश्वविधालय का एकेडमिक कैलेंडर घोषित नही कर पाए की छात्रों की कब परीक्षा कब परिणाम ओर कब नया सेशन शुरू होगा । छात्र भ्रमित है कि इस विश्वविद्यालय में कभी जिम्मेदार अपने काम को गंभीरता से लेंगे की नहीं।