पानी की सुविधा के लिए किसानों ने किया चक्का जाम : मंडला डिठौरी मार्ग में किसानों का सिंचाई सुविधा के लिए प्रदर्शन, समस्या निराकरण नहीं होने पर होगा उग्र आंदोलन

मंडला lजिले के मंडला डिठौरी मार्ग में किसानों ने सुविधा के लिए सोमवार को दो घंटे चक्काजाम किया। किसान मोर्चा ने बताया कि नैनपुर के पठार क्षेत्र डिठौरी और पाठा सिहोरा के आसपास के करीब 50 गांव सिंचाई सुविधा से वंचित हैं। थांवर नदी का पानी थांवर जलाशय में जाता है। इस पानी से दूर के गांवों में सिंचाई की सुविधा है, लेकिन उनके क्षेत्र में नहीं है। किसानों का कहना है कि पहले भी उन्होंने पानी की मांग की थी, तब सरकार ने पानी की कमी का हवाला दिया था, लेकिन अब सरकार ने लिफ्ट इरिगेशन से 50 किलोमीटर दूर तक पानी पहुंचाने की योजना शुरू कर दी है।
पानी के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बरगी जलाशय से अपने क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा देने की मांग की है। शाम को नैनपुर तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। जानकारी अनुसार डिठौरी ग्राम में पिंडरई मंडला मुख्य सड़क मार्ग में करीब दो घंटे जाम लगा रहा। सड़क के बीच में बैठे किसानों ने थांवर जलाशय नहर से सिंचाई के पानी की मांग कर रहे थे। करीब दो घंटे मार्ग अवरुद्ध रहा। प्रदर्शन के बाद अपनी मांगो से संबंधित ज्ञापन दिया गया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि बीजेगांव में बने थांवर जलाशय का पानी पठार क्षेत्र के डिठौरी पाठासिहोरा के आसपास के लगभग 50 ग्रामो को नहीं मिल पाता है। सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की जन मांग यहां लंबे अरसे से की जा रही है। लेकिन अन्न दाता किसान सिंचाई सुविधा उपलब्ध न होने के कारण किसान अब आक्रोशित हो गए है।
आश्वासन के बाद समाप्त हुआ प्रदर्शन
पानी के लिए सोमवार को प्रदर्शन कर रहे पाठासिहोरा, डिठौरी, सालीवाड़ा, परसवाड़ा, उमरडीह, झिरिया, बंधा, चिचौली समेत आसपास के दर्जनों ग्रामो के पठार क्षेत्र संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों किसान एकत्र हुए। जिसमें महिला किसान भी शामिल रहीं। डिठौरी सड़क मार्ग में धरना प्रदर्शन के साथ सैकड़ो किसानों ने चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शन के दौरान किसानों का आक्रोश साफ झलक रहा था। नारेबाजी और सरकार के साथ स्थानीय प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए किसान लगातार अपनी मांग पूरी करने की बात कह रहे थे। प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाने स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां किसानों को उनकी समस्या निराकरण का आश्वासन दिया। आश्वाशन के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन स्थगित कर दिया।