नजराना नहीं दिया तो रोक दिया मध्याान्ह भोजन का भुगतान स्व सहायता समूह ने निरीक्षण करने आए अधिकारी पर लगाए आरोप


कटनी, यशभारत। स्व सहायता समूह को कई महीनों से मध्यान्ह भोजन का भुगतान नहीं किए जाने का मामला सामने आया है। स्व सहायता समूह की महिलाओं का आरोप है कि उन्हें भुगतान इसलिए नहीं किया गया, क्योंकि मध्यान्ह भोजन के निरीक्षण में आए अधिकारी को नजराना भेंट नहीं किया गया, इसलिए उनका भुगतान रोक दिया गया। मीरा स्व सहायता समूह पिपरौंध ने इसकी शिकायत जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सीईओ को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग, आत्मदाह की चेतावनी
मीरा स्व सहायता समूह ने शिकायत में बताया कि माध्यमिक शाला पिपरौंध जनपद पंचायत कटनी में मध्यान्ह भोजन का कार्य विगत 20 वर्षों से किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान आज तक किसी भी तरह की गुणवत्ता एवं मात्रा में अनियमितता नहीं पाई गई। विगत 7 मार्च को मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ निरीक्षण में आए रजनीश तिवारी के कहने पर माध्यमिक शाला पिपरौंध द्वारा बच्चों को खाना खाने नहीं दिया गया। करीब 6 महीने पहले मध्यान्ह भोजन निरीक्षणकर्ता रजनीश तिवारी द्वारा 3 हजार रूपए हर महीने दिए जाने की मांग की जा रही है। समूह द्वारा रूपये नहीं देने पर समूह का भुगतान लगभग 4 माह से नहीं दिया जा रहा है एवं मध्यान्ह भोजन से हटाने की धमकी रजनीश तिवारी द्वारा दी जा रही है। समूह की मांग है कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराई जाए एवं कार्रवाई की जाए। समूह की महिला सदस्यों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है।कटनी, यशभारत। स्व सहायता समूह को कई महीनों से मध्यान्ह भोजन का भुगतान नहीं किए जाने का मामला सामने आया है। स्व सहायता समूह की महिलाओं का आरोप है कि उन्हें भुगतान इसलिए नहीं किया गया, क्योंकि मध्यान्ह भोजन के निरीक्षण में आए अधिकारी को नजराना भेंट नहीं किया गया, इसलिए उनका भुगतान रोक दिया गया। मीरा स्व सहायता समूह पिपरौंध ने इसकी शिकायत जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सीईओ को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग, आत्मदाह की चेतावनी
मीरा स्व सहायता समूह ने शिकायत में बताया कि माध्यमिक शाला पिपरौंध जनपद पंचायत कटनी में मध्यान्ह भोजन का कार्य विगत 20 वर्षों से किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान आज तक किसी भी तरह की गुणवत्ता एवं मात्रा में अनियमितता नहीं पाई गई। विगत 7 मार्च को मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ निरीक्षण में आए रजनीश तिवारी के कहने पर माध्यमिक शाला पिपरौंध द्वारा बच्चों को खाना खाने नहीं दिया गया। करीब 6 महीने पहले मध्यान्ह भोजन निरीक्षणकर्ता रजनीश तिवारी द्वारा 3 हजार रूपए हर महीने दिए जाने की मांग की जा रही है। समूह द्वारा रूपये नहीं देने पर समूह का भुगतान लगभग 4 माह से नहीं दिया जा रहा है एवं मध्यान्ह भोजन से हटाने की धमकी रजनीश तिवारी द्वारा दी जा रही है। समूह की मांग है कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराई जाए एवं कार्रवाई की जाए। समूह की महिला सदस्यों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है।