जबलपुर में कोरोना ने सात जन्मों को सात दिन नहीं चलने दियाः 16 हजार शादियां हुई 12 हजार प्रकरण परिवार परामर्श केंद्र पहंुच गए
जबलपुर, यशभारत। कोरोना से जहां लोगों की मौत हुई, भयावह स्थिति से लोग गुजरे तो दूसरी तरफ वैवाहिक जीवन में भी लोगों का असर पड़ा है। परिवार परामर्श केंद्र पहंुचे आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के बाद जो शादियां हुई उसमें 4 हजार वैवाहिक जोड़ों के बीच रिश्ता कायम है। कोरोना संक्रमण के बाद शहर में 16 हजार शादियां हुई जिसमें 12 हजार प्रकरण परिवार परामर्श केंद्र पहंुचे हैं।
सात जन्म की कसमें, सात दिन में टूटी
कोरोना काॅल के दौरान शादियां बहुत हुई, कुछ समय तक वैवाहिक जोड़ों के बीच रिश्ते अच्छे रहे लेकिन सात जन्मों की कसमें खाने वाले जोड़ों यह कसमें सात ही या फिर कुछ दिन चल पाए। अंशुमन शुक्ला, प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र ने बताया कि केंद्र में जो भी प्रकरण आए उसमें आर्थिक तंगी सामने आई है।
55 प्रतिशत पुरूष पत्नियों से परेशान
परिवार परामर्श केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक शहर के 55 प्रतिशत पुरूष ऐसे हैं जो अपनी-अपनी पत्नियों से प्रताड़ि त है। इन पतियों ने परिवार परामर्श केंद्र में आवेदन दिया है कि पत्नी आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। इधर 12 प्रतिशत सास ने बहूओं से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है।
52 मामलों में अपराध दर्ज
अंशुमन शुक्ला, प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र ने बताया कि आत्महत्या, घरेलू हिंसा के 2 हजार प्रकरण परिवार परामर्श केंद्र पहंुचे हैं जिसमें 48 प्रतिशत मामलों में समझौता हुआ हैै। 52 मामलों में अपराध दर्ज किया गया है।250 मामले न्यायालय में भेजे गए हैं जबकि 150 विवाह विच्छेद के लिए कोर्ट पहंुचे हैं।